शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में टिकट को लेकर विरोध लगातार जारी है। प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर हंगामे के बीच पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पीसीसी चीफ कमलनाथ से मिलने पहुंचे। जहां उन्होंने करीब 1 घंटे तक मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सबसे खराब काम प्रत्याशियों का चयन करना है। सभी को टिकट नहीं दे सकते। उम्मीदवारों का नाराज होना स्वाभाविक है। इसके साथ ही दिग्गी ने नाराज नेताओं से मिलकर काम करने की अपील की है।
कांग्रेस में टिकट को लेकर मचे हंगामें के बीच पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सोमवार को कमलनाथ के बंगले पहुंचे। इस दौरान नाराज कार्यकर्ताओं ने दिग्गी की गाड़ी को घेर लिया। इसके बाद दिग्विजय बंगले के अंदर गए। जहां उन्होंने करीब 1 घंटे तक कमलनाथ से मुलाकात की। इसके बाद वे रवाना हो गए।
सबको टिकट नहीं दे सकते- दिग्विजय सिंह
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सत्य की विजय हो असत्य का नाश हो, जिसका पालन कभी बीजेपी ने नहीं किया। 1985 में मुझे पहली बार प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। सबसे खराब काम उम्मीदवारी चयन करना है। 4 हजार दावेदार थे, सब आकर कहते है 25 हजार से जीतूंगा। उन्होंने कहा कि सभी को टिकट नहीं दे सकते। उम्मीदवारों का नाराज होना स्वभाविक है। अब तक के मेरे करियर में सबसे पारदर्शी तरीके से चयन किया गया है।
थोड़ी बहुत टिकट वितरण में गड़बड़ी हुई- पूर्व सीएम
दिग्गी ने कहा कि चार अलग अलग कंपनी से सर्वे किया गया। 90 फीसदी टिकट सर्वे के आधार पर मिला। दिग्विजय सिंह ने माना थोड़ी बहुत टिकट वितरण में गड़बड़ी हुई। नाराज कार्यकर्ता भरोसा रखिये। आरएसएस संतुष्ठ नहीं, बीजेपी नेताओं में इस बार मतभेद है।
दिग्गी ने नाराज नेताओं से की ये अपील
नाराज नेताओं से दिग्विजय ने अपील करते हुए कहा कि सारे मतभेद भुलाकर सब साथ मिलकर कांग्रेस की सरकार बनाये, जिसे टिकट मिला उसके लिए काम करें। जो भी नाराज है उनसे बात करेंगे। मुझे और सुरेजवाला को नाराज नेताओं को समझाने की जिम्मेदारी दी गई है। कमलनाथ पर हम प्रेशर नहीं डालते चाहते है। जिन्होंने दिल्ली भोपाल किया उन्हें टिकट नहीं मिला, चक्कर लगाने से टिकट नहीं मिलता।
लापता हुई बच्चियों को लेकर सीएम पर साधा निशाना
कन्या भोज मामले में लापता हुई बच्चियों के मामले पर पूर्व सीएम ने घटना की घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि एक ओर बच्ची लापता दूसरी ओर सीएम कन्या पूजन कर रहे। इतना नौटंकी वाला मुख्यमंत्री मैंने कभी नहीं देखा, इतना नौटंकी वाला आदमी भी नहीं देखा। मुख्यमंत्री की नौटंकी इतनी है कि मोदी भी अब इससे डरने लगे है।
सिद्धार्थ तिवारी के बीजेपी में शामिल होने पर भड़के
सिद्धार्थ तिवारी के बीजेपी में शामिल होने पर दिग्विजय सिंह भड़क गए। उन्होंने कहा कि शर्म आनी चाहिए, बीजेपी ने उनके परिवार को लेकर क्या क्या नहीं बोला, क्या वो अब जीत जाएंगे। सिद्धार्थ अच्छी मेहनत कर रहे थे, भविष्य में उन्हें मौका मिलता।
सपा से गठबंधन पर दिया ये बयान
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर दिग्गी ने कहा कि मेरा मानना है ऐसी बात नहीं करना चाहिए। SP के लोग हमारे पास आए थे। सपा हमसे 6 सीट चाहती थी, एक सीट वो जीतकर आए थे, 2 पर अच्छे वोट लेकर आई थी। हम चार सीट देने को तैयार हो गए थे। इस को लेकर केंद्रीय लीडर से हमारी बात हुई, उन्होंने समझौते के बारे में फैसले को राज्य पर छोड़ दिया है। अखिलेश शरीफ और अच्छा लड़का है। ये चर्चा कहा बिगड़ी पता नहीं, अखिलेश बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे ये पक्का है।
EVM का विरोध नहीं, लेकिन वोट कहा गया ये जानना हमारा अधिकार
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं ईवीएम से वोट कराने का विरोध नहीं करता, जिस मशीन में चिप लगी होती वह टेंपर प्रूफ कैसे हो सकती है। Evm में कहां वोट गया ये जानना हमारा संवैधानिक अधिकार है। EVM, VVPAT और काउंटिंग यूनिट में सॉफ्टवेयर है। चुनाव आयोग को निष्पक्षता से उस सॉफ्टवेयर के विषय में जानकारी देनी चाहिए। इलेक्शन कमिशन हमसे मिलने को तैयार नहीं है। हमने एक सवालों की फेहरिस्त बनाई थी उसका जवाब ईवीएम नहीं दे रहा है। ईवीएम से नहीं वीवीपैट की कमांड पर वोट रिकॉर्ड होते हैं। बीजेपी ने दिग्विजय सिंह को पंचिंग बैग बनाकर रखा है, रोज मुझपर घूंसे मारते हैं।
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