Vivah Muhurat 2023: रायपुर. 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी के साथ ही सनातन धर्म में शादियों का मुहूर्त शुरू होने वाला है. ज्योतिष विद्वानों के मुताबिक इस साल नवंबर में शादी के लिए केवल 6 शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं. दिसंबर महीने में 7 दिन बजेगी शहनाई.

अगर आप खुद या अपने बच्चों के लिए शादी का प्लान कर रहे हैं तो पहले इन 8 मुहूर्त के बारे में जान लेना सही रहेगा. उसके बाद टेंट, कैटरिंग, बैंडबाजे और दूसरी चीजों की बुकिंग करना सही रहेगा. आइए जानते हैं कि ये शुभ मुहूर्त कौन से हैं.

नवंबर में विवाह के 6 शुभ मुहूर्त (Vivah Muhurat 2023)

नवंबर महीने में 23 तारीख से विवाह के मुहूर्त की शुरुआत हो रही है. इस दिन देव उठनी एकादशी भी है. इसके अलावा 24 नवंबर का भी दिन विवाह के लिए बेहद शुभ है. 25 नवंबर को भी विवाह का मुहूर्त है. इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा यानी 27 नवंबर की तिथि भी विवाह के लिए सर्वोत्तम है. इस दिन रोहिणी नक्षत्र भी है. इसके अलावा 28 नवंबर को भी विवाह का मुहूर्त है. नवंबर महीने का सबसे अंतिम मुहूर्त 29 तारीख को है. इसके बाद इस साल के आखरी महीने में विवाह के बहुत शुभ मुहूर्त है.

दिसंबर माह विवाह मुहूर्त (Vivah Muhurat 2023)

दिसंबर महीने में लगातार पांच दिनों तक (5, 6, 7, 8 और 9 तारीख) विवाह मुहूर्त है. इनमें आप 7 दिसंबर की तिथि का चयन कर सकते हैं. इस दिन तिथि एकादशी और नक्षत्र हस्त है. इसके अलावा, आप सुविधा अनुसार 5, 6, 7, 8, 9 में मंगलवार को छोड़कर किसी दिन का चयन कर सकते हैं. 5 दिसंबर को पहला शुभ विवाह मुहूर्त है. नक्षत्र उत्तरा फाल्गुनी और तिथि नवमी है. हालांकि, शास्त्रों में मंगलवार के दिन विवाह करना वर्जित है. इसके बावजूद अगर समय का अभाव है, तो स्थानीय पंडित से सलाह लेकर तिथि निर्धारित कर सकते हैं. इसके पश्चात, 11 दिसंबर को विवाह मुहूर्त है.

इस दिन तिथि अमावस्या और नक्षत्र अनुराधा है. अतः 11 दिसंबर की तिथि का भी चयन कर सकते हैं. हालांकि, विवाह से पूर्व कुंडली मिलान अवश्य करा लें. साल 2023 का अंतिम विवाह मुहूर्त 15 दिसंबर को है. इसके पश्चात, खरमास लग रहा है. खरमास में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य देव के धनु राशि में प्रवेश करने के दौरान खरमास लगता है.

कब है देवउठनी एकादशी?

हिन्दू पंचाग के अनुसार, 22 नवंबर को रात 11 बजकर 03 मिनट से कार्तिक एकादशी तिथि की शुरुआत हो रही जो अगले दिन यानी 23 नवंबर को रात 9 बजकर 1 मिनट पर समाप्त होगा. ऐसे में उदयातिथि के हिसाब से 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी. इस दिन ही चातुर्मास समाप्त हो जाएगा.