लखीमपुर खीरी. भले ही केंद्र और राज्य सरकार किसानों को लेकर बड़ी-बड़ी घोषणा और बातें करें, लेकिन अन्नदाताओं का जीवन आज भी बद से बदतर हाेता जा रहा है. एक किसान ने 20 हजार का कर्ज नहीं पटा पाने से परेशान होकर आत्महत्या कर ली. किसान का शव खेत में पेड़ से लटकता मिला.

पूरा मामला लखीमपुर जिले के मझगईं क्षेत्र का है. शंकरपुरवा गांव निवासी किसान सुकई (60) बैंक से 20 हजार रुपए का कर्ज लिया था, जिसका ब्याज मिलाकर वह एक लाख से अधिक हो गया था. पत्नी लीलावती काफी दिन से बीमार चल रहीं थीं. उनका इलाज नौगवां के प्राइवेट क्लीनिक पर चल रहा था. गरीबी के चलते कुछ जमीन थी, उसे 40 हजार रुपए में गिरवी रखा हुआ था.

इसे भी पढ़ें – नवीन कृषि मंडी परिसर कसया में किसानों के लिए बने टिनशेड पर आढ़तियों का कब्जा, किसान हो रहे परेशान

मृतक के पुत्र रामू ने बताया कि उनके पिता कर्ज के चलते काफी परेशान रहते थे. शनिवार सुबह करीब नौ बजे चाय पीकर घर से निकले थे. देर शाम तक घर न आने पर उनकी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला. रविवार देर शाम मलंगा निवासी एक ग्रामीण जब खेत में घास काटने गया तो खेत में शीशम के पेड़ से सुकई का शव लटका हुआ मिला.

इसे भी पढ़ें – किसानों के लिए नहरों का पानी पहुंचाने में आएगी मुश्किल, सिल्ट सफाई से जुड़े ठेकेदारों का पेमेंट लटका, विभाग की उदासीनता से ठेकेदार परेशान

सूचना पर पहुंची पुलिस ने देर रात ही शव को पीएम के लिए भेज दिया. सोमवार को पीएम होने के बाद शव घर आने पर परिजन में कोहराम मच गया. आर्थिक तंगी का सामना कर रहे सुकई के चार पुत्रों में एक की मौत हो चुकी है, जबकि तीन पुत्र व दो पुत्रियां हैं. सभी की शादी हो चुकी हैं. बेटे भी मेहनत मजदूरी कर जो कमाकर लाते थे, उसी से घर का खर्च चलता था.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक