मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में ज्यादा समय नहीं रह गया है। अब से कुछ दिनों बाद ही प्रदेश में मतदान होने हैं। वहीं टिकट वितरण के बाद से लेकर मतदान के पहले तक दल बदल का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में ग्वालियर में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। यहां पूर्व विधायक बृजेंद्र तिवारी ने हजारो समर्थकों के साथ कांग्रेस का हाथ थमा है। वहीं उमरिया में निर्दलीय प्रत्याशी चमरू सिंह मरावी कांग्रेस में शामिल हुए।
कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दल-बदल का दौर तेज हो गया है। टिकट ना मिलने से नाराज नेता दल बदल कर अपनी पार्टी का खेल बिगाड़ने में लगे हुए है। इसी कड़ी में ग्वालियर अंचल में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व विधायक बृजेंद्र तिवारी अपने 5 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ आज कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। साथ ही पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य के चाचा ने भी कांग्रेस का दामन थामा है। लाल सिंह के चाचा गोहद के वरिष्ठ बीजेपी नेता नारायण सिंह है, जो अब कांग्रेसी हो गए हैं। दोनो को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
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दरअसल बृजेंद्र तिवारी भितरवार क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक रहे हैं। लेकिन 2008 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने पर बृजेन्द्र तिवारी को बीजेपी ने निष्काषित कर दिया था। बृजेन्द्र तिवारी अंचल में बड़े ब्राह्मण चेहरे के रूप में जाने जाते है। वे इस बार फिर भितरवार से टिकट की मांग कर रहे थे। BJP बृजेन्द्र तिवारी को घर वापसी कराने में जुटी हुई थी। लेकिन जब भाजपा ने भितरवार से सिंधिया समर्थक मोहन सिंह राठौड़ को टिकट दिया, उसके बाद से वे नाराज चल रहे थे। साथ ही वह इस बात को ब्राह्मण समाज की बैठक में भी उठा चुके थे। आखिरकार तिवारी ने अपनी नाराजगी कांग्रेस पार्टी जॉइन कर दर्ज कराई है।
बृजेन्द्र तिवारी ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि मैं बीजेपी को छोड़ कांग्रेस में शामिल नही हुआ हूं। मैं BJP की नीतियों के खिलाफ लड़ने देश की मजबूत पार्टी में शामिल हुआ हूं। इसके जरिये उन्हें सबक भी सिखाया है और कांग्रेस को मजबूती भी दी है। कांग्रेस को साफ कहा है कि यदि उनके कार्यकर्ताओं के साथ सौतेला व्यवहार हुआ तो कांग्रेस में भी उन्हें अपने लोगों के लिए संघर्ष करने से कोई रोक नहीं सकेगा।
बता दें कि वह भितरवार सीट से 2003 में बीजेपी के विधायक रहे हैं। उन्होंने पिछली बार कांग्रेस के पूर्व मंत्री लाखन सिंह को हराया था। भितरवार, डबरा, ग्वालियर दक्षिण और ग्वालियर ग्रामीण सीट पर उनका खासा प्रभाव है। 2 दिन पहले बीजेपी के सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक मदन कुशवाहा भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
इस दौरान दिग्विजय सिंह और डॉ गोविंद सिंह ने बृजेन्द्र तिवारी को बधाई दी है। साथ ही कहा कि वे समाजवादी नेता हैं। ऐसा नेता यदि राजनीति से दूर रहेगा तो लोगों की आवाज कौन उठाएगा? बृजेंद्र तिवारी के शामिल होने के बाद कांग्रेस पहले से भी ज्यादा मजबूत हुई है।
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संजय विश्वकर्मा, उमरिया। उमरिया जिले के बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय प्रत्याशी चमरू सिंह मरावी आज गुरुवार को कांग्रेस में शामिल हुए। कांग्रेस जिला अध्यक्ष अजय सिंह के हाथों उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। बता दें कि टिकट वितरण से नाराज होकर भाजपा से बगावत कर पर्चा दाखिल किया था। निर्दलीय प्रत्याशी चमरू सिंह मरावी के चुनावी मैदान छोड़ने के बाद कांग्रेस भाजपा समेत कुल 8 प्रत्याशी अब एक दूसरे से भिड़ते दिखाई देंगे।
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