रायपुर.  इस वक्त लोगों को में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर काफी कन्फ्यूजन पैदा हो गया है, हर जगह लोग ये ही पूछते दिख रहे हैं कि कब है जन्माष्टमी, तो ऐसे लोगों को कन्फ्यूजन हम दूर कर देते हैं, दरअसल इस बार जन्माष्टमी का संयोग दो दिन का है, इसलिए लोग भ्रमित हो रहे हैं, अष्टमी आज रात से ही लगेगी इसलिए आज और कल दोनों दिन कान्हा जी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा लेकिन उपवास रखने वाले लोग सोमवार को ही अपना व्रत रखें, तभी उचित होगा.

आपको बता दें कि 2 सितंबर रविवार को भादो की अष्टमी रात 8 बजकर 46 मिनट में शुरू होगी लेकिन उदयकालीन अष्टमी सोमवार 3 सितंबर 2018 को ही है, सोमवार रात 12 बजे ही श्री कृष्ण का जन्म होगा और इसदिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग होगा और इस वक्त रोहिणी नक्षत्र होगा और कहा जा रहा है इस दौरान अमृत वर्षा भी होगी. इसलिए इस बार की जन्माष्टमी बेहद खास है.

मालूम हो कि भगवान श्री कृष्ण भगवान विष्णु के 8वें अवतार माने गए हैं इन्हें कन्हैया, श्याम, केशव, द्वारकेश, द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी जाना जाता हैं. कृष्ण निष्काम कर्मयोगी, एक आदर्श दार्शनिक, सुसज्ज महान पुरुष माने जाते हैं इनका जन्म द्वापरयुग में हुआ था, इन्हें इस युग का सर्वश्रेष्ठ पुरुष युगपुरुष या युगावतार का स्थान दिया गया है.