सुशील सलाम,कांकेर. एक युवक द्वारा पहले गला काटकर आत्महत्या का प्रयास करने और फिर अस्पताल की छत से कूदकर जान देने का मामला सामने अाया है. अात्महत्या के प्रयास के बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां से इलाज के बाद युवक अस्पताल प्रबंधन के नाक के नीचे से अपने वार्ड से निकलकर छत तक पहुंच जाता है. उसके बाद छत से कूदकर आत्महत्या कर ली है. घटना बीती रात करीब 3 बजे की है.

मामला नरहरपुर ब्लॉक के उमरादाह गांव का है. युवक पंकज सलाम ने अज्ञात कारणों से अपने गले पर हंसिया से वार कर आत्महत्या का प्रयास किया था. जिसे उसके परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां इलाज़ के दौरान उसकी स्तिथि सामान्य भी हो गई थी. तभी देर रात करीब 3 बजे जब सब सोए हुए थे. युवक चुपके से अस्पताल के वार्ड से निकला और छत पर जाकर छलांग लगा आत्महत्या कर ली.

इस पूरे घटनाक्रम पर जिला अस्पताल के सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है कि एक अस्पताल में भर्ती मरीज़ रात में अपने वार्ड से निकल कर छत तक पहुंच जाता है और अस्पताल प्रबंधन को इसकी भनक तक नहीं लगती है. मृतक के भाई प्रधुयमन सलाम ने बताया कि पंकज की मानसिक स्तिथि कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रहा था.

इस मामले की जांच कर रही एस आई राधा बोरकर ने बताया कि सुबह मृतक के परिजनों ने घटना की सूचना थाने में दी थी. जिसके बाद पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई है. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं पूरे मामले की जांच की जा रही है.