मोहाली में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले संघर्ष कर रहे किसान नेता मंगलवार को पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलने के लिए निकले। चंडीगढ़ पुलिस कड़ी सुरक्षा में एक बस में बिठाकर उन्हें राज भवन ला रही है। यहां उनकी राज्यपाल से मीटिंग होगी।

वहीं पंचकूला में सेक्टर पांच ग्राउंड में धरने पर बैठे किसानों का एक डेलीगेशन हरियाणा राज भवन पहुंचा। किसान राज्यपाल को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन देंगे।

किसानों का कहना है कि इस मीटिंग के बाद किसान मोर्चे की एक अहम मीटिंग बुलाई गई है जिसमें संघर्ष के बारे में फैसला लिया जाना है। उन्होंने कहा कि भले यह संघर्ष तीन दिन का था, लेकिन कुछ मामले राज्य सरकार से जुड़े हुए हैं। ऐसे में किसान नए सिरे से पक्का मोर्चा लगाने पर भी विचार कर सकते है।

सोमवार को धरना स्थल पर पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि किसानों की मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। किसानों की बढ़ती तादाद के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। किसानों को रोकने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों के करीब दो हजार जवान तैनात किए गए हैं।

ये हैं किसानों की मांगें


किसानों की सरकार से मांग है कि उनकी फसलों (विशेष रूप से दालों) की एमएसपी तय की जाए। वहीं, उन्होंने किसानों पर दर्ज पर्चे रद्द करने, बाढ़ से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने, किसानों के कर्ज के निपटारे के लिए वन टाइम सेटलमेंट स्कीम लाने, आवारा पशुओं और कुत्तों का प्रबंध करने, युवाओं को नशे से बचाने के लिए रोजगार देने, सजा पूरी कर चुके बंदी सिंहों को रिहा करने और 60 से ऊपर के बुजुर्गों को एक हजार रुपये प्रति महीना पेंशन देने की मांग की।