धीरज दुबे.  कोरबा. रविवार का दिन कोरबा के लिए बड़ा दिलचस्प रहा. नगर विधायक जयसिंह अग्रवाल ने सड़को की बदहाल हालात को लेकर आर्थिक नाकेबंदी की तो वहीं दूसरी ओर युवाओं के तैयार जनसंगठन ने शहर के भीतर की सड़कों का निजी खर्च से मरम्मत किया. इस दौरान संगठन की ओर से लोगो को पर्चे भी बांटे गए. खास बात यह है कि विधायक जयसिंह अग्रवाल की पत्नी रेणु अग्रवाल कोरबा नगर पालिक निगम में महापौर है, लिहाजा शहर के भीतर की ख़राब सड़को के लिए विपक्ष ने महापौर को जमकर निशाने पर लिया है.

कोरबा-चाम्पा मार्ग, कटघोरा मार्ग और कुसमुंडा मार्ग की जर्जर हालत को लेकर कोरबा के लोगो का गुस्सा सातवें आसमान पर है. लोग लगातार जनप्रतिनिधियों पर कोरबा की उपेक्षा के आरोप लगा रहे है. समस्या के निदान के लिए कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल ने जिला कलेक्टर सहित मुख्यमंत्री के कोरबा प्रवास पर सड़क की जर्जर अवस्था से अवगत कराया था किन्तु एक माह बीत जाने के बावजूद सड़क की स्थिति यथावत बनी हुई है.

लिहाजा नाराज़ कोरबा विधायक जयसिंह अग्रवाल के नेतृत्व में रविवार को कोरबा में आर्थिक नाके बंदी  की गई, इसके तहत दर्री डेम के पास एवं सीतामणी गौ माता चौक में सुबह ग्यारह बजे से लोगो का हुजूम इकठ्ठा हो गया.  इस बीच विधायक जयसिंह अग्रवाल भाजपा के मंत्रियो और मुख्यमंत्री पर खूब बरसे उन्होंने कहा की आर्थिकनाके बंदी कर हम किसी को नुकसान नहीं पहुंचना चाहते लेकिन हमने कलेक्टर से सड़क को सुधरवाने का निवेदन किया फिर मुख्यमंत्री के कोरबा आगमन पर खुले मंच से इस सड़क के हालत को बताया और सुधरवाने की मांग की लेकिन एक महीना चार दिन बीतने के बावजूद हालात जस के तस है लिहाजा आर्थिक नाकेबंदी की गई,  हालात अगर अब भी नहीं सुधरे तो उग्र आंदोलन किया जायेगा.

इधर शहर के भीतर सड़को की दुर्दशा से नाराज़ जनसंगठन स्वंय के खर्च से मरम्मत कार्य मे जुटा हुआ है. उपनगरीय क्षेत्रो में सड़कों की दशा ठीक करने के बाद संगठन के लोग रविवार को कोरबा शहर के भीतर निगम की सड़कों समेत मुख्य मार्ग की सड़कों का जीर्णोद्धार किया. जन संगठन के संयोजक विशाल केलकर कहते है कि इस कार्य के पीछे उनका उद्देश्य ख़राब सड़को की वजह से हो रहे लगातार सड़क हादसों में कमी लाना है. कोरबा विधायक के आर्थिक नाकेबंदी पर विशाल कहते है कि उनको जो तरीका सही लगा वे वह कर रहे है, हमे यह तरीका सही लगा. लेकिन निगम में उनकी सरकार है लिहाजा उनके द्वारा निगम की सड़कों बेहतर कराया जा सकता हैं.

इधर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के जिलाध्यक्ष व कोरबा नगर पालिक निगम में पार्षद शिव अग्रवाल पूरे मामले में कटाक्ष करते कहते है कि निगम क्षेत्र की प्रमुख सड़कों के बड़े-बड़े गड्ढे नित प्रतिदिन निर्दोषों को दुर्घटना का शिकार बना रहे हैं और दुर्घटनाग्रस्त लोग बड़ी बेसब्री से आने वाले चुनाव का इंतजार कर रहे हैं. नगर निगम में कांग्रेस की सरकार है इसलिए कांग्रेसियों को ये गड्ढे दिखेंगे नहीं! प्रदेश में भाजपा की सरकार है इसलिए भाजपाई इन गड्ढों को छुएंगे नहीं! दो पाटों के बीच फंसा बेचारा रामलाल अब किसी और मसीहा का इंतजार कर रहा है. इधर माटी मंच ने भी कोरबा नगर निगम व महापौर पर निशाना साधा है.