रायपुर. राजधानी में हुए गोलीकांड को लेकर मृतक आलोक उपाध्याय के परिजनों का कहना है कि आलोक की जानबुझकर हत्या की गई है. यह सोची समझी साजिस के तहत किया गया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपी बलबीर सिंह और लखविंदर सिंह को धारा 304 के तहत गिरफ्तार किया है. जबकि परिजन 302 का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे है. अगर पुलिस हत्या का मामला दर्ज नहीं करती तो परिजन कोर्ट जाने की बात कह रहे हैं.
मृतक के जीजा कबीर द्विवेदी के मुताबिक उसके दोस्तों ने उसे 9 बजे बुलाया था. उसके कुछ देर बाद करीब 10:30 बजे सूचना मिली की आलोक के पेट में गोली लग गई है. उनका कहना है कि जानबूझकर उस पर गोली चलाई गई है. सोची समझी साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है. उसे पहले राड़ से मारा गया उसके साथ मारपीट की गई है, फिर गोली चलाई गई है. आरोपियों ने इसकी हत्या की है. अगर पुलिस हत्या का मामला दर्ज नहीं करती तो वह कोर्ट जाएंगे. परिजनों का आरोप है कि पुलिस किसी के दबाव में आकर इसे हत्या नहीं मान रही है. पुलिस आरोपियों को सरंक्षण दे रही है.
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बता दें कि शुक्रवार रात को खाना खाने के बाद यह गोलीकांड हुआ है. जिसमें आलोक कुमार उपाध्याय को गोली लग गई थी. उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में आरोपी बलबीर सिंह और लखविंदर सिंह पर एक्सीडेंटल के आधार पर रिपोर्ट दर्जकर गिरफ्तार की है.