रायपुर. राजधानी रायपुर में एक बार फिर गोलीकांड की घटना सामने आई है. इस गोलीकांड से पूरा राजधानी दहल उठा है. दरअसल बीती देर रात हीरापुर में गोली चलने से ठेकेदार आलोक कुमार उपाध्याय की मौत हो गई है. घटना के बाद से पुलिस ने आरोपी को बलबीर सिंह और लखविंदर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. घटना शेरे पंजाब ढाबा के पास की है.

मृतक

जानकारी के मुताबिक आरोपी और मृतक दोनों आपस में दोस्त है. दोनों बीती रात ढाबा में खाना खाने गए हुए थे, तभी मजाक मस्ती के दौरान आरोपी बलबीर सिंह के हाथों गलती से लाइसेंसी पिस्टल से गोली चला दी. गोली सीधे आलोक के सीने में जा लगी. जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया. घायल को तत्काल सुयश अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां उलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने आरोपियों के पास रखा पिस्टल बरामद कर लिया है.

एएसपी सीटी प्रफुल्ल ठाकुर ने लल्लूराम डॉट कॉम से हुई बातचीत में बताया कि घटना रात करीब 9 बजे की है. मरने वाला और आरोपी दोनों आपस में दोस्त है. आरोपी पिस्टल का लाइसेंस मिलने की खुशी में खाना खा रहे थे. उसके बाद बाहर निकलकर दोस्त को पिस्टल दिखा रहा था, तभी अचानक गलती से उसके हाथों दो गोली चल जाती है. जिसमें से एक गोली पत्थर से टकराकर सीधे आलोक के सीने में जा लगी. जिससे उसकी मौत हो गई है.

मृतक आलोक

उन्होंने बताया कि अभी दो आरोपी बलबीर सिंह और लखविंदर सिंह को हिरासत में लिया गया है. घटना स्थल का सही तरीके से जांच करने के बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज की जाएगी. फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है.

आरोपी बलबीर सिंह

सूत्रों के मुताबिक आरोपी औऱ मृतक का आपस में पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ. आरोपी मृतक को धमकी दे रहा था. तभी अनाचक विवाद बढ़ता गया औऱ आरोपी ने आलोक के सीने में गोली मार दी. गोली मारने के बाद आरोपी फरार हो रहे थे कि रास्ते में आरोपियों ने किसी दूसरे वाहन को टक्कर मार दी. जिसके बाद कार में बैग की तलाशी ली गई. तब जाकर इसका घुलासा हुआ कि इन्होंने ने ही आलोक की हत्या की है.

बता दें कि आरोपी बलबीर सिंह के हाथ से ही गोली चली है, जो कि ट्रांसपोर्ट का काम करता है. दूसरा आरोपी लखविंदर सिंह भाजमुयो जिला उपाध्यक्ष है, जिसके नाम से यह पिस्टल का लाइसेंस है. वहीं मृतक आलोक उपाध्याय बालाघाट में ठेकेदारी का काम करता था. सभी दोस्तों ने शराब पी रखी थी. इस घटना के बाद एक बार फिर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहा है. सवाल उठना भी लाजमी है.