नई दिल्ली। संसद सुरक्षा चूक मामले में कार्रवाई करते हुए संसद की सुरक्षा से जुड़ी टीम के 8 लोगों को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं घटना के बाद से संसद भवन की सुरक्षा बढ़ाते हुए आगंतुकों के जूतों की भी अब जांच की जा रही है. इस बीच दिल्ली पुलिस तमाम आरोपियों को मेडिकल के बाद पटियाला हाउस कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है.
13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा उल्लंघन के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें वे चार आरोपी शामिल हैं, जिन्होंने संसद के अंदर और बाहर नारेबाजी करते हुए रंगीन धुआं छोड़ा था. संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर हुई इस बड़ी सुरक्षा चूक के मामले की जांच की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय ने ली है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने 200 अधिकारियों की टीम तैयार की है, जिसमें 20 इंस्पेक्टर शामिल हैं.
टीएमसी सांसद को किया निलंबित
संसद सुरक्षा पर विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन के वेल के पास पहुंचने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने उन्हें पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया.
विपक्ष अराजक स्थिति न पैदा करे
लोकसभा में आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि संसद में विपक्ष अराजक स्थिति पैदा ना करें. पुरानी संसद में भी ऐसी घटनाएं घटीं. पास देने में सावधानी बरतें. सभी मिलकर घटना की निंदा करें. अराजक लोगों को पास ना दिया जाए. पुरानी संसद में कागज फेंकने की घटनाएं घटीं थीं.
घटना से हम सब चिंतित
लोकसभा की आज कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने संसद सुरक्षा चूक मामले में हंगामा करना शुरू कर दिया. इस दौरान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से शांति बहाल करने को कहा और घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कल की घटना से हम सब चिंतित. सुरक्षा की जिम्मेदारी लोकसभा सचिवालय की है.