पंकज सिंह भदौरिया. दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा नक्सलियों के अर्बन फ्रंट द्वारा एक आदिवासी युवती पर दबाव बनाते हुए सीआरपीएफ जवानों के खिलाफ जबरदस्ती बलात्कार का झूठा मामला दर्ज करवाने का खुलासा दंतेवाड़ा पुलिस ने किया है। नक्सलियों का अर्बन फ्रंट इस झूठी घटना को एक बड़ा राष्ट्रीय मुद्दा बनाते हुए राज्यो के विधानसभा चुनावों से पहले आदिवासियों को भड़काकर समाज मे तनाव फैलाना चाहते थे। इस मामले में दंतेवाड़ा पुलिस जल्द ही कुछ बड़े चेहरों को गिरफ्तार कर सकती है।
दरअसल दंतेवाड़ा के कुआकोंडा इलाके में एक आदिवासी युवती दो दिनों तक गायब थी। यह युवती रविवार को कुछ लोगो जंगल मे बेहोशी की हालत में मिली जिसके बाद उसे दंतेवाड़ा में इलाज के लिए लाया गया। होश में आते ही युवती ने पुलिस को बयान दिया उसे ग्रामीणों की वेशभूषा में आये 4 लोगो ने करंट लगाया और उसके बाद वो बेहोश हो गई और अस्पताल ने उसे होश आया लेकिन दूसरे ही दिन सुबह उसने अपना बयान बदल दिया और सीआरपीएफ की वर्दी में आये 2 अज्ञात वर्दीधारी जवानों द्वारा बलात्कार करने का आरोप लगाया।
इसी बीच आप कार्यकर्ता सोनी सोरी के सहयोगी लिंगा कोडाप्पी ने अपने फेसबुक पेज पर सीआरपीएफ के जवानों द्वारा आदिवासी युवती का बलात्कार करने की पोस्ट डाली जिसे कुछ ही देर में 1400 लोगो ने शेयर कर दिया। जब पुलिस को शक हुआ तो पुलिस ने अस्पताल में छुपा हुआ ऑडियो रिकॉर्डर लगाया दिया जिसमें युवती के माता पिता द्वार युवती पर दबाव डालते हुए उसे सीआरपीएफ के जवानों द्वारा कपड़े फाड़कर घसीटते हुए बलात्कार करने का आरोप लगाने की बात पर ही अड़े रहने के लिए कहा जा रहा है। इतना ही नही तो कुछ बाहरी लोग भी उसे यही बात कहने के लिए दबाव बना रहे है।
लड़की का मेडिकल कराया गया जिसमें बाहरी या अंदरूनी चोट की कोई भी बात सामने नही आई थी जिसके चलते बालात्कार की बात अफवाह सी लग रही थी। लड़की जैसे ही होश में आई तो उसने सबसे पहले बयान दिया कि ग्रामीणों की वेशभूषा में आये 4 लोगो ने उसे करंट लगाया लेकिन इसी दौरान माँ बाप ने उसपर दबाव बनाया और वो बोल नही पाई सुबह दोबारा उसने बताया कि वर्दीधारी 2 लोगो ने उसे पकडा और वो बेहोश हो गई। जब लड़की ने सुबह बयान बदला तो हमने छुपा रिकॉर्डर अस्पताल में लगा दिया। जब हमने ऑडियो सुना तो लड़की के माता पिता लड़की को यह बोलने के लिए दबाव बना रहे है कि 2 पुलिसवालों थे उन्होंने उसे पकड़ा, घसीटा कपड़े फाड़े और बलत्कार किया। कुछ बाहरी लोग भी उसे यही करने मजबूर कर रहे है।
इस घटना के दौरान मानवाधिकार कार्यकर्ता और आप नेता सोनी सोरी के साथ कई लोग इस युवती से मिले जिनके ऑडियो टेप हुए है। मामले में पुलिस ने खुलासा किया है कि ये नक्सलियों और उनके अर्बन फ्रंट की एक सोची समझी साजिश है। 15 सितम्बर को नक्सलियों के अर्बन फ्रंट का एक बड़ा ग्रुप दंतेवाड़ा के फुलपाड में नक्सलियों द्वारा आदिवासियों को पिटाई की घटना की जांच करने आया था लेकिन ये सिर्फ एक बहाना था लेकिन 15 सितम्बर को यह षड्यंत्र रचा गया और नक्सलियों ने ही युवती को करंट देकर उसे बेहोश किया। मामले में एसपी अभिषेक पल्लव का कहना है नक्सलियों का अर्बन फ्रंट चुनाव से पहले इस मुद्दे को राष्ट्रीय मुद्दा बनाते हुए आदिवासियों को भड़काकर समाज का माहौल खराब करना चाहता था। अब वो जल्द ही फोरेंसिक लैब में ऑडियो मैच करने की प्रोसेस करने के बाद कई लोगो की गिरफ्तारी करेंगे।
यह निश्चित रूप से नक्सलियों का षड्यंत्र है। उन्होंने युवती को करंट लगाया उसे मारने की कोशिश की और ये रूप देना चाहते थे।महिला मर जाए सीआरपीएफ पर आरोप लगाए और शांति बिगड़ी जाए। इसे राष्ट्रीय इशू बनाया जाए। उसिवक्त लिंगा कोड़ाप्पी ने फेसबुक पर पोस्ट किया 1400 लोगो ने तुरंत शेयर किया। इतने शेयर दिखता है कि अर्बन नक्सलियों द्वार देश मे सुरक्षा व्यवस्था खराब करने की साजिश है। फुलपाड कि घटना की जांच के लिए अर्बन फ्रंट के लोग 15 तारीख को आये थे वो सिर्फ एक बहाना था ये षड्यंत्र रचा गया रिकॉर्डिंग खंगाल रहै है सबपर कार्रवाई होंगी। विधानसभा लोकसभा चुनाव से पहले आदिवासियों को भड़काकर देश का माहौल खराब करना चाहते थे उन्हें सरकार के विरोध में खड़ा करना चाहते थे।
देखिये वीडियो –
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