कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। MP मंत्रिमंडल गठन पर सभी की निगाहें टिकी हुई है। सभी जगह चर्चा है कि आखिर सीएम डॉ. मोहन यादव के मंत्रिमंडल में कौन कौन से विधायक जगह बनाने वाले हैं। लेकिन इन चर्चाओं के बीच BJP का एक फॉर्मूला विधायकों की निगाहो में चमक रहा है। एक लोकसभा से एक विधायक को मंत्री बनाने के फॉर्मूले पर यदि पार्टी अमल करती है तो सभी को इंतजार है कि आलाकमान किसे मंत्री बनाता है। अगर इस फॉर्मूले पर अमल हुआ तो ग्वालियर चंबल से सिर्फ चार विधायक ही मंत्री बन पाएंगे। जबकि पिछले मंत्रिमंडल में अंचल से 9 मंत्री थे। 

मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल गठन के लिए अगर बीजेपी ने एक लोकसभा से एक विधायक को मंत्री बनाने के फॉर्मूले पर अमल किया तो सबसे ज्यादा नुकसान ग्वालियर चंबल अंचल को होगा। 2020 मे शिवराज मंत्रिमंडल में ग्वालियर चंबल अंचल से 9 मंत्री बनाए गए थे। जिनमें चार कैबिनेट मंत्री और पांच राज्य मंत्री शामिल थे। 2018 की तुलना में इस बार भारतीय जनता पार्टी ने ग्वालियर चंबल अंचल में रिकॉर्ड 18 सीट हासिल की है।

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नए फार्मूले के हिसाब से मंत्रिमंडल में ग्वालियर चंबल अंचल को भारी नुकसान होगा। अंचल में चार लोकसभा सींटें हैं। इस लिहाज से यहां से सिर्फ चार विधायकों को ही मंत्री बनाया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कमल माखीजानी मानते हैं कि मंत्रिमंडल के गठन का अधिकार सीएम के पास होता है लेकिन इसमें ग्वालियर चंबल अंचल को तवज्जो जरूर मिलेगी।

ग्वालियर चंबल अंचल में चार लोकसभा सीटें हैं। सीटों के हिसाब से अगर मंत्री बनने का गणित देखें तो

1- ग्वालियर लोकसभा सीट

प्रधुम्न सिंह तोमर, ग्वालियर सीट

नारायण सिंह कुशवाह, ग्वालियर दक्षिण सीट

रमेश खटीक, करेरा(रिजर्व) विधानसभा

तीन दावेदारों में प्रधुम्न सिंह का मंत्री बनना तय है

2- मुरैना लोकसभा सीट

एदल सिंह कंसाना- सुमावली विधानसभा

सरला रावत- सबलगढ़ विधानससभा

दो दावेदारों में एदल सिंह कंसाना की संभावना ज्यादा है। महिला को महत्व मिला तो सरला रावत भी मंत्री बन सकती हैं। 

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3- भिंड- दतिया लोकसभा सीट

नरेंद्र सिंह कुशवाहा, भिंड विधानसभा

राकेश शुक्ला, मेहगांव विधानसभा

अमरीश शर्मा, लहार विधानसभा

प्रदीप अग्रवाल, सेवड़ा विधानसभा

चार दावेदारों में नरेंद्र कुशवाहा और राकेश शुक्ल में किसी एक को मंत्री बनाने की संभावना है। दिग्गज को हराने का इनाम मिला तो अमरीश शर्मा भी बन सकतें है मंत्री

4- गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट

मुंगावली विधानसभा- बृजेंद्र सिंह यादव

कोलारस विधानसभा- महेंद्र सिंह यादव

देवेंद्र कुमार जैन, शिवपुरी विधानसभा

पन्नालाल शाक्य, गुना विधानसभा(रिजर्व)

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चार दावेदारों में बृजेन्द्र यादव और महेंद्र यादव में किसी एक को मंत्री बनाने की संभावना है। दिग्गज को हराने का इनाम मिला तो देवेंद्र जैन भी मंत्री बन सकते हैं। SC कोटे से लिया तो पन्नालाल शाक्य का दावा मजबूत होगा। 

कांग्रेस ने BJP के इस संभावित फॉर्मूले पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ राम पांडेय का कहना है कि ग्वालियर चम्बल में कामयाबी के बाद उम्मीद थी कि BJP ग्वालियर चंबल से CM बनाएगी। नरेंद्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, VD शर्मा में से किसी एक के सीएम बनने की उम्मीद थी। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब मंत्रिमंडल में अंचल को अच्छा प्रतिनिधित्व मिल जाए तो अच्छी बात होगी। 

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भारतीय जनता पार्टी 2018 की तुलना में 2023 में मजबूती से अंचल में उभरी है। ऐसे में अंचल का मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना थी। लेकिन नए फॉर्मूले के चलते अब मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या के लिहाज से नुकसान होगा। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने डॉ. मोहन यादव को CM बनाकर सभी को चौंकाया है। लिहाजा मंत्रिमंडल में भी कई चौंकाने वाले चेहरे देखने को मिल सकते हैं।

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