तनवीर खान, मैहर। मध्य प्रदेश के मैहर में आज यानी 10 जनवरी को दुर्गा स्व सहायता समूह छैरहा चोरखारी विकास खंड अमरपाटन की महिला सदस्यों ने समूह के अध्यक्ष व सचिव की मिली भगत से किए जा रहे फर्जी वाड़े के खिलाफ मैहर कलेक्टर रानी बाटड को ज्ञापन सौंपा गया। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने करने की मांग की है।
महिलाओं ने बताया की दुर्गा स्व, सहायता समूह छैरहा चोरखारी विकासखंड अमरपाटन वर्ष 2007 से संचालित है। जिसका पंजीयन क्रमांक एमपी 1057 64 है। जिसके हम सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि, समूह के अध्यक्ष राम बाई कोल व सचिव सुशीला पटेल द्वारा किया जा रहा है। फर्जीवाड़ा तथा समूह द्वारा वर्ष 2021-22 से वर्ष 2023 24 तक दोनों रवि खरीफ एवं रवि के उपार्जन का कार्य 5 बार किया जा चुका है। जिसमें से समूह के खाते में लगभग 50 लाख का लाभ समूह को हो चुका है। इसकी जानकारी आज तक हम सदस्यों को नहीं हुई।
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महिला ने बताया कि, समूह के अध्यक्ष सचिव के द्वारा फर्जी तौर पर हस्ताक्षर कर समूह की गतिविधियों संचालित की जा रही है। जिसके संबंध में आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में लिखा गया कि, समूह द्वारा वर्ष 2021-22 से आज दिनांक तक समूह के अध्यक्ष सचिव द्वारा बैठकों का आयोजन नहीं किया गया और न ही हम सदस्यों को सूचना दी गई। साथ ही हस्ताक्षर भी नहीं कराए गए।
आगे लिखा कि, फर्जी हस्ताक्षर कर प्रस्ताव पास कार्रवाई पूर्ण की गई। जबकि शासन के निर्देश अनुसार साप्ताहिक बैठक करना अनिवार्य है। यह की समूह की सचिव कोषाध्यक्ष द्वारा फर्जी प्रस्ताव लाकर बैंक खाता का संचालन कर लेनदेन किया गया है। समूह के सदस्यों को लाभांश का कुछ भी नहीं मिला और ना ही जानकारी हुई।
बताया गया कि, अध्यक्ष सचिव द्वारा फर्जी बिल वाउचर नागरिक आपूर्ति विभाग में लगाकर राशि का आहरण स्वयं के उपयोग के लिए किया गया है। जबकि शासन की मंशा समूह के सभी सदस्यों को आर्थिक उत्थान के लिए योजना चलाई गई है। यह की समूह के अध्यक्ष सचिव द्वारा समूह में बाहरी लोगों की एंट्री करा कर कांटेक्ट बेस में कार्य कराया जा रहा है। तथा आज दिनांक तक किसी भी सदस्य को उपार्जन कार्य के संबंध में जानकारी नहीं दी गई है।
ज्ञापन में बताया गया कि, समूह द्वारा उपार्जन कार्य लेने के लिए जो आवेदन पत्र में कार्यवाही एवं लाभांश वितरण पत्रक संलग्न है वह फर्जी हस्ताक्षर युक्त है। समूह से जो राशि निकाली जाती है उसे अध्यक्ष सचिव व अन्य एजेंटों द्वारा बंदरबांट की जाती है। तथा जो भी उपार्जन का कार्य वर्ष 2021-22 से वर्ष 2023-24 खरीफ में किया गया है। वह गांव के बाहर केंद्र स्थापित करके किया गया है तथा वर्तमान में जो भी केंद्र संचालित है, वह कृषि उपज मंडी अमरपाटन में हम सदस्यों के बिना जानकारी के ली जा रही है।
महिलाओं ने मांग की है कि, समूह के सभी रिकॉर्ड जब्त कर राशि निकासी पर खाता में रोक लगाकर वर्ष 2021-22 से वर्ष 2023 24 तक के उपार्जन कार्य पर रोक लगाकर लाभांश सभी सदस्यों के बीच उनके खातों में बंटवारा कराकर फर्जी कार्य करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
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