जीवन में जो लोग सफल होते हैं, वो मानसिक रूप से मजबूत होते हैं. उनमें कुछ कर दिखाने का जज्बा होता है. ऐसे लोग मुश्किलों से नहीं डरते. इनमें रिस्क उठाने की क्षमता होती है और ये बुरी से बुरी परिस्थिति को भी मुस्कुराते हुए पार करते हैं. हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा मानसिक रूप से मजबूत हो. लेकिन जैसे हर व्यक्ति का स्वास्थ्य एक जैसा नहीं होता उसी तरह मानसिक क्षमता भी एक नहीं होती. कुछ बच्चे मानसिक रूप से काफी मजबूत होते हैं. तो वहीं कुछ बच्चे मानसिक रूप से कमजोर होते हैं. कुछ ऐसे संकेत हैं जिनकी मदद से ये पता लगाया जा सकता है कि आपका बच्चा मानसिक रूप से मजबूत है या नहीं. आइए जानते हैं क्या हैं वो संकेत.
हार नहीं मानता बच्चा
अगर आपका बच्चा बुरे समय में हार नहीं मानता, तो समझ जाएं उसकी विल पॉवर भी मजबूत है. जिन बच्चों की विल पॉवर यानी इच्छा शक्ति मजबूत होती है, वही मानसिक रूप से मजबूत कहलाते हैं. ये संकेत आपको तब नजर आएंगे, जब बच्चे का समय अच्छा न हो या वो तबीयत से कमजोर महसूस कर रहा हो. Read More – नन्हीं परी को संभालते नजर आई Rubina Dilaik, एक्ट्रेस ने बॉडीकॉन हाई-स्लिट ड्रेस में दिखाया अपना फिगर …
बच्चे में धैर्य है
बच्चे में धैर्य है, तो समझ जाएं वो मानसिक रूप से मजबूत है. किसी भी बुरी परिस्थिति से बाहर निकलने के लिए धैर्य काम आता है. पढ़ाई में असफलता मिलने के कारण कई बच्चे निराश हो जाते हैं. वहीं कुछ बच्चे धैर्य बनाए रखते हैं और दोबारा प्रयास करते हैं. ये लक्षण बताते हैं, कि आपका बच्चा कोशिश से कभी नहीं डरेगा.
अगला कदम रखने से पहले सोचते हैं
अगर आपका बच्चा किसी फैसले को लेने में थोड़ा समय लगा रहा है, तो चिंता न करें. ये मानसिक तौर पर मजबूत होने के लक्षण हैं. जो बच्चे मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, उन्हें अपना अगला कदम पता होता है. मानसिक रूप से मजबूत बच्चे, अपने लिए किसी भी चीज का चुनाव करने से पहले विचार करते हैं. मत बनाने में उन्हें भले ही ज्यादा समय लगे लेकिन अपने लिए वो सही फैसला लेंगे. Read More – जल्द वेब सीरीज में नजर आएंगे किंग खान के बेटे Aryan Khan, शाहरुख के जीवन पर बनेगी सीरीज …
शिकायतें नहीं करता बच्चा
जो बच्चे मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, वे बात-बात पर शिकायत नहीं करते. उन्हें हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला करना आता है. ऐसे बच्चे अपने लिए कोई न कोई रास्ता निकाल लेते हैं. मानसिक तौर पर मजबूत बच्चे, जिद्दी भी नहीं होते. वे उन चीजों के लिए कभी आपसे जिद्द नहीं करेंगे, जो जरूरी न हो.
अपने फैसले खुद लेता है बच्चा
अगर आपका बच्चा भी अपने फैसले खुद लेता है और उस पर अमल करना भी जानता है, तो समझ जाएं कि आपका बच्चा मानसिक रूप से मजबूत है. मानसिक रूप से मजबूत होने पर ही इतनी सूझबूझ आती है कि व्यक्ति अपने फैसले खुद ले पाते हैं. वहीं कुछ बच्चे, समय से पहले ही भावनाओं को समझने लगते हैं और अपने मन की बात पर गौर करते हैं.
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