बदलते लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से आज लगभग सभी लोग किसी ने किसी बीमारी से घिरे हुए हैं. हार्ट संबंधी बीमारियां तो काफी आम हो गई हैं, खासकर हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट. यह महिलाओं और पुरुषों दोनों में बराबर देखने में आ रहा है. इस समय हार्ट प्रॉब्लम्स में युवाओं में सबसे ज्यादा उभरकर आ रहा है कोरोनरी आर्टरी का रोग. इसके अलावा, एक और गंभीर स्थिति जो देखने में आ रही है, वह है दिल की मांसपेशियों का असामान्य तौर पर बढ़ना और इससे जुड़ी अन्य समस्याएं, जिनमें हार्ट का फेल होना और अनियमित हार्ट बीट है.

युवाओं में हार्ट अटैक के कारण

  • 1- स्मोकिंग-ड्रिकिंग करना
  • 2- एक्सरसाइज न करना
  • 3- जंक और फ्राइड फूड खाना वगैरह हार्ट अटैक होने की एक बड़ी वजह बनते हैं.

डॉक्टर्स के मुताबिक, अगर आप हेल्दी लाइफस्टाइल जीते हैं, तो आप ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को आसानी से मेंटेन कर सकते हैं. ये ही दो चीजें हैं, जो अगर मेंटेन है, तो आपका हार्ट भी हेल्दी रहेगा.

मोटे लोगों में हार्ट अटैक के ज़्यादा चांस

मोटे लोगों को हार्ट अटैक आने के चांस ज्यादा रहते हैं. यह एक स्टडी में भी सामने आया है. ऑस्ट्रेलिया के एडीलेड विश्विद्यालय की एक रिसर्च के मुताबिक, मोटापे से ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आती है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. रिसर्च में यह भी पता चला है कि मोटापे से हार्ट की मांसपेशियों की संरचना और आकार में बदलाव आता हैं और इनका काम भी प्रभावित होता है. इसकी वजह से एट्रियल फिब्रिलेशन नामक ह्दय गति विकार की समस्या उत्पन्न होती है, जो हार्ट अटैक होने की एक खास वजह होती है. शांता फर्टिलिटी सेंटर की आईवीएफ एक्सपर्ट डॉक्टर अनुभा सिंह ने बताया कि सही वक्त पर हेल्दी डाइट लेने से हेल्थ ठीक रहती है और मोटापा भी नहीं बढ़ता.

कई बार हमारा दिमाग पहचान नहीं पाता है कि भूख है या प्यास. ऐसे में जब भी भूख लगे, एक गिलास पानी पी लें. अगर फिर भी भूख लगे, तो कुछ खा लें. इससे खाने का हिस्सा कम हो जाता है और पेट के भरे होने का अहसास भी होता है. अगर आप वजन कम करने के लिए डाइटिंग कर रहे हैं, तो किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें, क्योंकि अगर आप बिना जानकारी के डाइटिंग करती हैं, तो आपको दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है. इसमें खास हैं आंखों के नीचे काले घेरे, स्किन का बेजान और ढीला होना, बालों का झड़ना और एनर्जेटिक फील न करना जैसी कई तरह की प्रॉब्लम्स आपको आ सकती हैं.

ये चीजें बचाएंगी हार्ट अटैक से, डेली फॉलो करें

 

वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक साल में हार्ट प्रॉब्लम्स की वजह से 17.5 मिलियन लोगों की मौत हो जाती है. इनमें से तकरीबन 6.7 मिलियन लोग स्ट्रोक के कारण, जबकि कोरोनरी हार्ट प्रॉब्लम्स के कारण 7.4 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई. हार्ट की समस्या होने पर सबसे आम लक्षण है एनजाइमा या छाती में दर्द. इसको छाती में भारीपन असामान्यता दबाव दर्द, जलन और ज्यादा दर्द से भी पहचाना जा सकता है. इसके अलावा कोरोनरी आर्टरी प्रॉब्लम होने से पहले छोटी-छोटी सांस आना, धड़कन तेज होना, उल्टी आना या महसूस होना, एकदम से पसीना आना जैसे लक्षण दिखते हैं. अवीवा लाइफ इंश्योरेंस में डिजिटल अधिकारी अंजली मल्होत्रा कहती हैं कि हार्ट प्रॉब्लम्स को आसानी से रोका जा सकता है एक हेल्दी लाइफस्टाइल जी कर. इसके साथ ही जरूरी है कि रोजमर्रा में कुछ चीजों का ध्यान भी रखा जाए. जैसे कि:

15 से 20 मिनट की एक्सर्साइज़

ऐसे कई अध्ययन हुए हैं जिन्होंने स्थापित किया है कि तनाव दिल की समस्याओं का सबसे बड़ा कारण है. इससे दर्द और तकलीफ हो सकती है. चिंता और अवसाद की भावनाएं पैदा हो सकती हैं और आपका एनर्जी लेवल डाउन होता है.

तनाव को दूर रखने का प्रयास करें. काम के अलावा अन्य गतिविधियों की तलाश करें, जो तनाव के स्तर को नीचे रखने में मदद करें. एक शौक या एक सकारात्मक आत्म-चर्चा करें, संगीत सुनें या अच्छी किताब पढ़ें या ध्यान करें.

हेल्दी हार्ट रखता है हेल्दी फूड

हेल्दी फूड आपको हेल्दी रखता है. दरअसल, व्यक्ति जो खाता है, वह सीधे उसके हार्ट को प्रभावित करता है. इसलिए हरी और पत्तेदार सब्जियों को अपनी डाइट में अवश्य शामिल करें. चीनी और सोडा युक्त ड्रिंक्स पीने से परहेज करें. जितना संभव हो जूस, शरबत पीने से बचें. बहुत ज्यादा सोडियम शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ पैदा कर सकता है, जो आपके हार्ट पर एक्स्ट्रा प्रेशर डालता है. खराब कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए रेड मीट खाना अवाइड करें.

बॉडी वेट कम करें

बहुत ज्यादा बॉडी वेट हार्ट को नुकसान पहुंचाता है. वजन पर नजर रखें, क्योंकि यह हाई कोलेस्ट्रॉल होने की एक बड़ी वजह होता है. अधिक वेट होने पर आप आसानी से डायबीटीज और ब्ल्ड प्रेशर जैसी बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं, जो हार्ट को वीक करते हैं. दरअसल अब तक महिलाएं तर्क देती थीं कि स्मोकिंग करने से वजन कम हो जाता है. वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन की असिस्टेंट प्रफेसर यानिना पेपिनो ने 21 से 41 साल की उम्र की महिलाओं के चार समूहों पर अपना अध्ययन किया. जिसमें इस बात का खुलासा हुआ कि स्मोकिंग करने से महिलाओं को भूख ज्यादा लगती है, जिसकी वजह से वह ज्यादा कैलरी लेती हैं.

शरीर में ज्यादा कैलोरी जाने से वजन बढ़ जाता है. इन चार समूह में से एक स्मोकिंग करने वाली मोटी महिलाओं का, दूसरा स्मोकिंग नहीं करने वालों मोटी महिलाओं का, तीसरा सामान्य वजन वाली स्मोकिंग करने वाली महिलाओं और चौथा स्मोकिंग नहीं करने वाली सामान्य महिलाओं का, इन चारों का अध्ययन करने के दौरान यह पाया गया कि स्मोकिंग करने वाली ज्यादा वजन की महिलाओं को मिठास का स्वाद कम आता है और वह ज्यादा कैलरी लेती हैं. इससे उनका वजन और तेजी से बढ़ता है . खासतौर से उन मामलों में जो महिलाएं पहले से एक्स्ट्रा वजन लिए हुए होती हैं. इससे स्थिति और भी खराब हो जाती है.

स्मोकिंग और ऐल्कॉहॉल पर कंट्रोल रखें

स्मोकिंग और ऐल्कॉहॉल के सेवन से हार्ट प्रॉब्लम्स बढ़ जाती हैं. जो लोग अधिक स्मोकिंग करते है, उनकी हार्ट में ब्लड पहुंचाने वाली नब्ज ब्लॉक हो जाती है जो कि हार्ट अटैक की वजह बनती है. ज्यादा शराब पीने वालों में इसके सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. दिल की धड़कन अनियमित होती है और स्ट्रोक्स होते हैं. इतना ही नहीं, यह दिल की सामान्य क्रियाकलाप में व्यवधान पैदा करता है.

तनाव स्तर की जांच करें

ऐसे कई अध्ययन हुए हैं जिन्होंने स्थापित किया है कि तनाव दिल की समस्याओं का सबसे बड़ा कारण है. इससे दर्द और तकलीफ हो सकती है. चिंता और अवसाद की भावनाएं पैदा हो सकती हैं और आपका एनर्जी लेवल डाउन होता है. तनाव को दूर रखने का प्रयास करें. काम के अलावा अन्य गतिविधियों की तलाश करें, जो तनाव के स्तर को नीचे रखने में मदद करें. एक शौक या एक सकारात्मक आत्म-चर्चा करें, संगीत सुनें या अच्छी किताब पढ़ें या ध्यान करें.