अजयाविंद नामदेव, शहडोल। मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में समेकित छात्रवृत्ति के अंतर्गत आवेदन और छात्रवृत्ति स्वीकृति का कार्य पूरा नहीं हुआ है. जिस पर कलेक्टर वंदना वैद्य ने बड़ा एक्शन लिया है. कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को काराण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके अलावा जिले के सभी संकुल प्रिंसिपलों की सैलरी पर रोक लगा दी है.

जानकारी के मुताबिक, समेकित छात्रवृत्ति के अंतर्गत आवेदन और छात्रवृत्ति स्वीकृति का कार्य पूरा नहीं होने पर कलेक्टर ने बड़ा एक्शन लिया है. इस संबंध में कई बार निर्देश देने के बावजूद भी जिले के संकुल प्राचार्यों द्वारा अभी तक आवेदन और छात्रवृत्ति स्वीकृति का कार्य पूरा नहीं किया गया है. यही कारण है कि अब कलेक्टर को यह ठोस कदम उठाना पड़ा है.

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बता दें कि संकुल प्राचार्यों ने अब तक शिक्षा पोर्टल पर छात्रवृत्ति स्वीकृति का कार्य केवल 47 प्रतिशत ही पूरा किया है. इसके अलावा एमपी टास्क पोर्टल पर छात्रवृत्ति स्वीकृति का कार्य केवल 0.05 प्रतिशत और असफल बैंक खातों का अपडेशन 54 प्रतिशत ही हो पाया है. इस कार्य प्रणाली को देखकर लगता है कि संकुल प्राचार्यों द्वारा काम में डील दी जा रही थी. जिसका नतीजा अब उन्हें भुगतना पड़ रहा है.

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मामले में कलेक्टर वंदना वैध का कहना है कि संचनालय से जिला शिक्षा अधिकरी पीएस मरपाची को एससीएन आ गया था, और एक वेतन वृद्धि रोकने की नोटिस आ गई थी. समेकित छात्रव्रत्ति, नामांकन, प्रोफाइल अपडेशन और एमपी टास्क पोर्टल में पोर्टल पंजीकरण आवेदन छत्रव्रत्ति सेंगशन का कार्य सतप्रतिशत नहीं हुआ है. इसलिए जनवरी महीने का वेतन रोक दिया गया है.

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