पुरषोत्तम पात्रा, गरियाबंद, शासकीय पंडित श्यामशंकर मिश्र महाविद्यालय देवभोग से एक साथ चार प्रोफ्रेसर के स्थानातरण के बाद कॉलेज में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राए भड़क गये. महाविद्यालय में पहले से ही प्रोफेसरों की कमी थी. बीते दिनों एक साथ चार प्रोफेसरों के स्थानांतरण के बाद, कॉलेज में पढाई करने वाले यहां के विद्यार्थियों को नगुजर साबित हुई. जिसके बाद सैकड़ों की तादाद में इकट्ठा होकर कॉलेज में प्रोफेसरों के भर्ती की मांग करने लगे. आक्रोशित छात्र-छात्राएं बुधवार को सैकड़ों की तादाद में इकट्ठा होकर रैली निकालकर स्थानीय एसडीएम कार्यालय जा पहुंचे. जहां पर इन विद्यार्थियों के द्वारा जमकर हंगामा किया गया. इसके साथ ही एसडीएम से मिल महाविद्यालय में प्रोफेसरों के रिक्त पदों की पूर्ती के लिए ज्ञापन सौंपा. रैली निकल रहे इन विद्यर्थियों ने बताया कि महाविद्यालय में पहले से ही 8 पद रिक्त थे जो कि अब बढ़कर 12 हो गये है.

आक्रोशित विद्यार्थी एसडीएम कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया. मामला गंभीर होता देख स्थानीय प्रशासन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी. वहीं एसडीएम ने विद्यार्थियों को भरोशा दिलाते हुए कहा कि जब तक महाविद्यालय के लिए अन्य प्रोफ्रेसर के रिलीवर का आदेश नहीं आता है, तब तक कोई नहीं जाएगा. छात्र-छात्राओं से चर्चा करते हुए एसडीएम ने कहा कि महाविद्यालय की समस्यां को जिला कलेक्टर के समक्ष कर शासन को पत्र भेजा जाएगा.

महाविद्यालय से स्थानातरित प्रोफेसरों में कॉलेज में प्रभारी प्राचार्य सीएल तारक, भूगोल के एचएन टंडन, अंग्रेजी विषय के चंदन सोनी व भूगोल के प्रोफेसर खटकर का एक साथ स्थानांतरण होने से छात्र-छात्राएं भड़क गए थे.

देवभोग कॉलेज में सभी संकाय के 600 के लगभग छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे है. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संयोजक गौरी कश्यप के मार्गदर्शन में एसडीएम निर्भय साहू को ज्ञापन देते हुए कहे कि ग्रामीण अंचल में मौजूद इस संस्थान के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. साथ ही विद्यार्थियों ने कहा कि यदि जल्द ही महाविद्यालय में रिक्त पदों की पूर्ती नहीं की गई, तो जल्द ही उग्र आंदोलन किया जाएगा. जिसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा.