रायपुर. कटघोरा से डोंगरगढ़ के बीच 294.53 किलोमीटर की नई ब्राडगेज का शिलान्यास रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में कवर्धा में किया. इन नई विद्युतीकृत रेल लाइन के बिछ जाने से छत्तीसगढ़ में रेल संपर्क से अछूते क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी. इससे कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, कबीरधाम और राजनांदगांव जिलों के यात्रियों को लाभ मिलेगा.
यह परियोजना रेल मंत्रालय और छत्तीसगढ़ सरकार की भागदारी से 5950.47 करोड़ रुपये की लागत से पूरी की जाएगी. रेलवे के मुताबिक यह अपने तरीके की पहली परियोजना है जिसे राज्य के चार संयुक्त उद्यम मार्ग से चलाया जाएगा. जाहिर है कि ऐसे में औद्योगिक विकास के दरवाजे भी खुलेंगे.
रेल लाइन से ये होंगे फायदे
- हावड़ा-मुंबई मार्ग पर झारसुगुड़ा-नागपुर सेक्शन से माल परिवहन
- बिलासपुर-चांपा व दुर्ग स्टेशन के व्यस्त यार्डों से गुजरना नहीं पड़ेगा
- रायगढ़ जिला से कोयला खनन के खुलेंगे रास्ते
- दक्षिण-पश्चिम कोल्डफील्ड सहित खनन क्षमता 150 एमटीपीए से 250 हो जाएगी
- झारसुगुड़ा-नागपुर मार्ग पर रेल ट्रैफिक होगी कम
- रेल प्रणाली में 30 से 35 एमटीपीए क्षमता होगी सृजित
- एसइसीआर के पश्चिम की ओर जाने वाले यातायात को तेज मार्ग उपलब्ध कराएगी
- इन मार्गों में उद्योग स्थापना में सहायता मिलेगी
इन संयुक्त उपक्रम से होगा निर्माण
छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन लिमिटेड व रेल मंत्रालय और छत्तीसगढ़ सरकार की 49:51 अनुपात का संयुक्त उद्यम है. जिसे कंपनी अधिनियम 2013 के अंतर्गत कंपनी का रूप दिया गया है. इसकी रिपोर्ट पर नागपुर-रायपुर मार्ग पर डोंगरगढ़ स्टेशन और गेवरा रोड-पेंड्रा रोड से कटघोरा स्टेशन के बीच नई रेलवे लाइन बिछाई जा रही है.