चंडीगढ़। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से प्रतिष्ठित दिग्गज मास्टर तारा सिंह को भारत रतन सम्मान देने का आग्रह किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है. इसमें सुखबीर सिंह ने कहा कि यह सम्मान पहले से लंबित है. इसलिए मास्टर को देश का सर्वोच्च सम्मान देकर उनके कर्ज को स्वीकार किया जाना चाहिए. Read More – Punjab News : बिजली चोरों को लगा तगड़ा झटका, वसूला गया 12.93 लाख का जुर्माना
सुखबीर सिंह बादल ने वर्तमान भारत में पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सहित पश्चिमी पंजाब को बनाए रखने में मास्टर तारा सिंह के योगदान को अद्वितीय और निर्णायक बताया. उन्होंने कहा कि इस भौगोलिक पुल के बिना कश्मीर भी हमारे पश्चिमी पड़ोसियों के लालच का शिकार हो सकता था. सुखबीर ने कहा कि अगर कोई भारतीय जो वास्तव में भारत रत्न का हकदार है तो वह मास्टर तारा सिंह हैं.
अकाली दल के अध्यक्ष ने याद किया कि कैसे मास्टर तारा सिंह ने विभाजन से ठीक पहले के दिनों में तत्कालीन संयुक्त पंजाब के पश्चिमी छोर से लेकर दिल्ली तक के क्षेत्रों को भारत का हिस्सा बनाए रखने के लिए अकेले लड़ाई लड़ी थी. इस क्षेत्र पर जिन्ना की लालची नजरें थीं, वह चाहते थे कि पूरा पंजाब पाकिस्तान में चला जाए. उन्होंने कहा कि मास्टर के निडर और सफल संघर्ष के बिना कश्मीर कभी भी भारत का हिस्सा नहीं बन पाता.
सुखबीर सिंह ने तत्कालीन कांग्रेस नेताओं की निंदा करते हुए कहा कि अगर उन दिनों के कांग्रेस नेताओं ने मास्टर के आह्वान पर ध्यान दिया होता तो हमारा पंजाब और भारत महाराजा रंजीत सिंह की राजधानी लाहौर से आगे बढ़ गया होता और हमारे पवित्र धार्मिक स्थाल अलग नहीं होते, जिसमें गुरुद्वारा ननकाना साहिब करतारपुर साहिब शामिल है. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि इस गलती को सुधारा जाए और मास्टर को सर्वोच्च सम्मान देकर उनके कर्ज को स्वीकार किया जाए.
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