संदीप सिंह ठाकुर,लोरमी. पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व मैनेजर पर धोखाधड़ी के साथ फर्जी तरीक से हितग्राही का खाता खुलवा कर रकम निकलने का आरोप लगाया गया है. जब घटना की भनक बैंक के पूर्व मैनेजर रहे बलराम सिंह को लगी, तो बैंक हितग्राही से दबाव बनाकर समझौता की बात करने लगा. आवेदक भरत सेन ने लोरमी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए जानकारी दिया कि सन् 2011-12 में राम्हेपुर निवासी गणेश ठाकुर और पप्पू लुनिया ने पंजाब नेशनल बैंक से एक लाख रुपए लोन दिलाने का झांसा दिया था. झूठा आश्वासन देकर आवेदक से बैंक लोन में लगने वाले सभी कागजात ले लिये थे. इसके बाद बैंक के मैनेजर के साथ मिलकर आवेदक के नाम से एक लाख रुपए की रकम बैंक से निकालकर हजम कर गए.

मैनेजर

घटना के चार साल बाद जब भरत सेन के पास बैंक का पैसा रिटर्न करने के लिए पत्र आया तो उसके पैर से जमीन खिसक गई. बैंक के द्वारा लोन चुकान के लिए आए पत्र को लेकर आवेदक लोरमी थाना पहुंचकर पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व मैनेजर व लोन दिलाने के कार्य में उसके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया.

शिकायतकर्ता

हितग्राही मूलक योजनाओं के झांसे में फसाते थे ग्राहकों को

बैंक मैनेजर व उसके द्वारा लगाए गए दलालों के द्वारा क्षेत्र में हितग्राही मूलक योजनाओं के नाम पर लोन दिलाने के झांसे में ग्राहकों को फसा लेते थे. जालसाजी का काम करने वाले इन बदमाशों के द्वारा ग्राहक से लोन दिलाने सभी कागजातों पर हस्ताक्षर करवा कर दस्तावेज अपने पास रख लेते थे. इसके बाद बैंक से उक्त आवेदकों के नाम रकम निकाल कर हजम कर जाते थे.

शिकायत के आधार पर जांच में जुटी टीम

बैंक मैनेजर व उसके दलालों के झांसे का शिकार भरत सेन ने जब लोरमी थाने में शिकायत किया. इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए पंजाब नेशनल बैंक के खपरीकला शाखा के पूर्व शाखा प्रबंधक बलराम सिंह पैकरा जो अभी वर्तमान में कोरबा में पदस्थ है. पुलिस ने उनके और सहयोगी दलालों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि बलराम सिंह पैकरा जिस दौरान लोरमी के पीएनबी बैंक में मैनेजर थे. मिली जानकारी के मुताबिक मामला उजागर होने और थाना में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अब वर्तमान शाखा प्रबंधक के साथ मिल दस्तावेजों को बदलने में लग गया है. जिसे वर्तमान ब्रांच मैनेजर का पूर्ण योगदान मिल रहा है.