PCOS Diet Tips: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम यानी PCOS एक डिसऑर्डर है, जो महिलाओं को होती है.यह महिलाओं में एण्ड्रोजन हार्मोन बढ़ने के कारण होता है. पीसीओएस के कारण महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे अनियमित पीरियड्स, पेट में ऐंठन और मूड स्विंग जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. पीसीओएस की समस्या में समय रहते अगर हार्मोनल असंतुलन को सही करने पर ध्यान नहीं दिया जाता है, तो महिलाओं में मोटापा, थायराइड और इनफर्टिलिटी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ सकती है. लेकिन लाइफस्टाइल में बदलाव करके और पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करके आप हार्मोन्स को संतुलित कर सकते हैं और इस समस्या को बढ़ने से रोक सकते हैं.

आज हम आपको बताएंगे की पीसीओएस की समस्या में हार्मोनल अंसतुलन को कंट्रोल करने के लिए किस तरह के पोषक तत्वों को लेना जरूरी है.

ओमेगा-3 फैटी एसिड (PCOS Diet Tips)

मछली, अलसी की बीज और अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत है, जो आपके शरीर की सूजन को कम करने और हार्मोन के स्तर में सुधार करने में मदद कर सकता है.

विटामिन D (PCOS Diet Tips)

हार्मोन संतुलन के लिए विटामिन D काफी महत्वपूर्ण न्यूट्रिएंट है. इसकी कमी सूरज की रोशनी और डेयरी उत्पादों से दूर की जा सकती है.

क्रोमियम (PCOS Diet Tips)

क्रोमियम एक मिनरल है, जो इंसुलिन संवेदनशीलता में मदद करता है. क्रोमियम में आलू, हरी फलियां और साबुत अनाज अपनी डाइट में शामिल करें.

मैग्नीशियम (PCOS Diet Tips)

मैग्नीशियम ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में फायदेमंद है. PCOS से पीड़ित महिलाएं पालक, नट्स और साबुत अनाज जैसे खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं.

एंटी-ऑक्सिडेंट (PCOS Diet Tips)

रंगीन फलों और सब्जियों में अच्छी मात्रा में एंटी-ऑक्सिडेंट पाया जाता है, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं और PCOS के लक्षणों में सुधार करने में फायदेमंद हैं.

फाइबर

फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थ इंसुलिन प्रतिरोध और वजन प्रबंधन में मदद करता है. इसे फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से प्राप्त किया जा सकता है, जिससे PCOS प्रबंधन में मदद मिलती है.

प्रोटीन

प्रोटीन से भरपूर फूड्स हार्मोन विनियमन और तृप्ति की भावना उत्पन्न करने के लिए महत्वपूर्ण है. इसके लिए आप अंडे, मछली, टोफू और फलियां जैसे खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करें.