रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रस्तावित नए भवन निर्माण के लिए गठित कमेटी ने आज जयपुर में राजस्थान विधानसभा का अवलोकन किया. राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष श्री कैलाश मेघवाल की विशेष उपस्थिति में छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, कृषि एवं सिंचाई मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, उच्च शिक्षा-राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे, लोकनिर्माण मंत्री राजेश मूणत एवं छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि मंडल को बताया कि करीब 17 एकड़ में इस विधानसभा भवन का निर्माण हुआ है.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में नए विधानसभा का डिजाइन विधानसभा अध्यक्ष को पंसद नहीं आई क्योंकि यह आधुनिक डिज़ाइन से बनी थी. गौरीशंकर अग्रवाल चाहते थे कि भवन का डिज़ाइन में देश के पुराने और गौरवशाली आर्टिकेक्ट की झलक दिखे.
भवन में चार प्रवेशद्वार हैं जिनकी दीवारों एवं छतों पर जयपुर,मेवाड, मारवाड एवं शेखावाटी शैली से साज सज्जा की गई है. विधानसभा का सदन प्रथम तल पर बनाया गया है. राज्य में विधायकों की संख्या 200 है लेकिन भावी संभावनाओं को देखते हुए सदन 260 क्षमता का बनाया गया है. इसी तल पर विधानसभा अध्यक्ष मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के कक्ष बने हुए है. भवन में 16 समिति कक्ष हैं. विधानसभा के डोम पर साढे बारह फीट ऊंचा अष्ट धातु से निर्मित अशोक स्तम्भ स्थापित किया गया है. भवन के बेसमेंट में बिजलीघर एवं एसी प्लांट लगाया गया है. इस दौरान राज्य के विधानसभा भवन का ले आउट और प्लान भी देखा गया.
छत्तीसगढ के प्रतिनिधि मंडल ने राजस्थान विधानसभा भवन की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यहॉं की संस्कृतिए स्थापत्य और वास्तुकला को अनूठे ढंग से इस भवन में प्रदर्शित किया गया है. राजस्थान विधानसभा का भवन भारतवर्ष का ऐसा अनूठा विधानसभा भवन है. जिसकी मिसाल दी जाती है.
इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह, राजस्थान विधानसभा सचिव श्री पृथ्वीराज सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियन्ता श्री जी.एन. गोयल, मुख्य वास्तुविद श्री नन्दीवाल आदि उपस्थित थे.