शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी में डेढ़ साल बाद जिला पंचायत की पहली मीटिंग हुई लेकिन बैठक शुरू होने के साथ-साथ हंगामा भी शुरू हो गया। इस दौरान कार्यालय में मौजूद सभी सदस्यों ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। साथ ही DEO अंजनी त्रिपाठी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी पेश किया।
दरअसल ग्रामीण क्षेत्र में डेढ़ साल से ठप पड़े विकास को लेकर चुनाव के डेढ़ साल बाद भोपाल के जिला पंचायत कार्यालय में सभी सदस्यों की यह पहली बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान इसकी शुरुआत ही हंगामे के साथ हुई। बैठक में मौजूद सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। जिला पंचायत सदस्यों ने विकास, भ्रष्टाचार और अधिकारियों की अनसुनी पर जमकर हंगामा शुरू कर दिया।
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जिला पंचायत सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी त्रिपाठी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी पास किया। सदस्यों का आरोप है कि जिला पंचायत भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है जहां अधिकारी योजनाओं में मनमाना फंड खर्च कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। किसी भी योजना की जानकारी जिला पंचायत सदस्यों को नहीं दी जा रही है। जिला पंचायत के सदस्य अब इसकी शिकायत सीएम मोहन यादव से करने की तैयारी कर रहे हैं।
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