Tesla Berlin Car Factory : एलन मस्क की इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला ने गीगाफैक्ट्री बर्लिन में भारत के लिए राइट-हैंड ड्राइव कारों का उत्पादन शुरू कर दिया है. कंपनी इस कार को इस साल के अंत तक देश में ला सकती है.
इससे पहले 3 अप्रैल को ब्रिटेन के फाइनेंशियल टाइम्स ने खबर दी थी कि टेस्ला इस महीने भारत में एक टीम भेजेगी, जो 2 से 3 अरब डॉलर (16 हजार करोड़ रुपये से 25 हजार करोड़ रुपये) के इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए जगह तलाशेगी.
इन राज्यों पर फोकस करेगी मस्क की टीम (Tesla Berlin Car Factory)
रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के लिए टीम का फोकस महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब राज्यों पर होगा. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कुछ वाहन निर्माताओं के प्लांट हरियाणा में भी हैं, लेकिन टेस्ला की फैक्टरियां अन्य तीन राज्यों में होंगी. इसकी वजह इन राज्यों के बंदरगाह हैं, जहां से कारों का निर्यात आसान होगा.
सरकार ने 15 मार्च को नई ईवी नीति को दी मंजूरी
टेस्ला की भारत में एंट्री की यह खबर ऐसे समय में आई है जब केंद्र सरकार ने भारत को इलेक्ट्रिक वाहनों के विनिर्माण का केंद्र बनाने के लिए अपनी नई ईवी नीति को मंजूरी दे दी है. नई नीति में कंपनियों के लिए न्यूनतम 4150 करोड़ रुपये निवेश करने का प्रावधान है और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है.
नीति के मुताबिक, विदेशी कार निर्माता कंपनियों को भारत में कारोबार शुरू करने के तीन साल के भीतर देश में ईवी का विनिर्माण और वाणिज्यिक उत्पादन शुरू करना होगा. इस संबंध में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय (MoCI) द्वारा आज (15 मार्च) एक अधिसूचना जारी की गई.
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