रायपुर। छत्तीसगढ़ महतारी के दर्द को शब्दों में पिरोकर जन चेतना जागृत करने वाले प्रदेश के सशक्त हस्ताक्षर लक्ष्मण मस्तुरिया के निधन से हर कहीं शोक की लहर है. आम आदमी पार्टी ने अपने प्रदेश कार्यालय में शाम को लक्ष्मण मस्तुरिया को भावभीनी श्रद्धाजंलि दी.  पार्टी के संयोजक डॉ संकेत ठाकुर ने कहा कि उनसे जुड़े जीवन अनेक प्रसंग आज याद आते हैं खास तौर पर इस बात का जिक्र करना आवश्यक लगता है कि छत्तीसगढ़ महतारी की वेदना से व्यथित एक साहित्यिक मनीषी ने किस तरह से अपने कर्म क्षेत्र को विस्तारित करते हुए राजनीति में उतर कर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी बनकर 2014 के लोकसभा चुनाव में हम सब का संबल बने.  संकेत ठाकुर बताते हैं कि छत्तीसगढ़ की बदहाली को लेकर मस्तुरिया के हृदय में जो बेचैनी थी उसे महसूस कर पाना शायद हमारे लिए मुश्किल है. मगर आज उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए यही कहूँगा कि आज छत्तीसगढ़ महतारी ने अपना दुलरवा बेटा खो दिया है.  उनके छतीसगढ़ की पीड़ा से सरोकार का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है जब आम आदमी पार्टी ने छत्तीसगढ़ में अपने काम की शुरूआत की तो वे सहर्ष पार्टी से जुड़ने तैयार हुए और महासमुन्द से चुनावी समर में उतरने के पार्टी के आग्रह को स्वीकार किया था.