सुरेन्द्र जैन, धरसीवां.  ग्रामीण क्षेत्रों प्राचीन परंपरा को जीवंत बनाए रखने के लिए आज भी ग्रामीण त्योहारों को विधिवत पारम्परिक तरीके से मनाते है. राजधानी से लगे हुए धरवीवां में शुक्रवार को गौरा-गौरी विवाह यात्रा निकाली गई. धार्मिक मान्यताओं को अनुसार दीपावली के दूसरे दिन लोग गौरा-गौरी विवाह को धूम-धाम से मनाते है. इस दौरान लोग गौरा-गौरी का विवाह कर बारत निकालते है. धरसीवां में निकाली गई रैली पर ग्रामीण जन ठोल नागड़ों के धुन पर जमकर थिरके, इसके साथ ही विवाह यात्रा में शामिल महिलाओं को द्वारा मंगलगीत भी गाई.

प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के कारण स्थानीय नेताओं के द्वारा निकाली जा रही विवाह यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को एक विशेष पार्टी के कपड़े वाली पट्टी लोगों को गले में डाल दिए. चुनावी रंग में रंगे प्रदेश का माहौला दिखाई दे रहा है. अपने प्रत्याशी का प्रचार-प्रसार करने के लिए कार्यकर्ताओं के द्वारा तरह-तरह से प्रचार किया जा रहा है.

धरसीवां के सांकरा में भी गुरुवार को कुछ ऐंसा ही नजारा देखने को मिला प्राचीन परम्परानुसार दिवाली के दूसरे दिन हुए गोरा गोरी विवाह की पावन वेला पर राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं को कपड़े में प्रिंट कमल निशान भाजपा की पट्टियाँ गले मे गमछे की तरह डालकर खूब थिरकने का मौका मिला. गौर गौरी विवाह की बारात के यह फोटो सुबह से ही सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहे हैं।