पुरूषोत्तम पात्रा, देवभोग. गरियाबंद जिले में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को फिर झटका लगा है. जोगी कांग्रेस पार्टी के तीन जिला अध्यक्ष, एक प्रदेश महासचिव, पांच ब्लाक अध्यक्ष सहित दो सौ कार्यकर्ताओं ने आज कांग्रेस प्रवेश किया है .
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महासचिव विनोद तिवारी, पूर्व जिला अध्यक्ष बाबूलाल साहू, प्रभारी शैलेंद्र साहू सोमवार को बिंद्रानवागढ़ प्रत्याशी सजंय नेताम के प्रचार में देवभोग दौरे पर थे. ब्लाक अध्यक्ष सुखचंद बेसरा के अगुआई में कांग्रेस चुनाव कार्यालय में जनता कांग्रेस अजजा के गरियाबंद जिला अध्यक्ष देवी सिंह मांझी, जिला अध्यक्ष पंचायती राज गरियाबंद के मीना कुमारी वैष्णव और युवा जनता कांग्रेस देवभोग के शहर अध्यक्ष सिद्धार्थ निधि ने कांग्रेस प्रवेश किया. साथ ही युवा जनता कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव योगेश मिश्रा, महिला ब्लाक अध्यक्ष भुजमनी यादव, ब्लाक अध्यक्ष पिछड़ा जीवन नागेश, ब्लाक अध्यक्ष पंचायती राज आशा नागेश, ब्लाक अध्यक्ष राम बाती दुर्गा अजजा, युवा ब्लाक अध्यक्ष सुभाष ठेला, तुजाय कुमार बीसी जिला सगठन मंत्री के साथ 200 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
जोगी कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे देवी सिंह मांझी को पार्टी ने बसपा का उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन बसपा का बी फार्म दूसरे को दे दिया गया. इसके बाद देवीसिंह के समर्थक नाराज चल रहे थे.
किसानों का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ, दारू दुकान साफ
विनोद तिवारी ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार आई तो इस बार किसानों का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ और दारू दुकान साफ होगा. विनोद ने पार्टी के इस संकल्प पत्र को हर मतदाता तक पहुंचाने की अपील किया है.
बीजेपी का मैनेजमेंट फेल
देवीसिंह मांझी भाजपा के टिकट से विधायक रहे चरण सिंह मांझी के पुत्र है. उनका जनाधार किसी भी पार्टी को फायदा पहुंचा सकता था, लेकिन बसपा के उम्मीद्वारी से नाम कटने के बाद देवीसिंग समेत उनके समर्थकों का बीजेपी में शामिल कराने की रणनीति स्थानीय सलाहकारों ने बना लिया था. बकायदा आज सीएम के सभा में पार्टी प्रवेश कराया जाना था. इसकी जानकारी बीजेपी के चुनाव संचालक मंडल को भी दी गई थी, पर चुनाव संचालक अशोक बजाज के गलत रणनीति के कारण देवीसिंह को बीजेपी प्रवेश नहीं कराया जा सका. हालांकि देवीसिंह ने कहा है कि पिता बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस आए थे, इसलिए उन्होंने कांग्रेस प्रवेश किया.