हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष तिथि का व्रत किया जाता है. प्रदोष व्रत की तिथि जब मंगलवार को आती है, तब उसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है. इस बार यह व्रत 4 जून मंगलवार को रखा जाएगा. इस दिन शिवजी और हनुमानजी दोनों की पूजा की जाती है. इस दिन शिव की उपासना करने से हर दोष का नाश होता है. साथ ही हनुमान की पूजा करने से शत्रु बाधा शांत होती है.

प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 4 जून को प्रात: 12 बजकर 18 मिनट से आरंभ हो रही है और इस तिथि का समापन 4 जून को रात 10 बजकर 1 मिनट पर हो जाएगा. ऐसे में पूजा के लिए शुभ समय 7 बजकर 16 मिनट से रात 9 बजकर 18 मिनट तक प्राप्त हो रहा है. Read More – शादी करने जा रहे Abdu Rozik, वीडियो शेयर कर फैंस को दी खुशखबरी …

भौम प्रदोष व्रत मै करें ये उपाय

पति-पत्नी मिलकर करें पूजा

ज्येष्ठ माह पड़ रहे भौम प्रदोष व्रत पर पति-पत्नी, शिव-पार्वती की विधान से पूजा करें और वैवाहिक जीवन में प्रेम बनाए रखने के लिए कामना करें. ऐसा करने से आपको जीवन में आने वाली सभी मुश्किलों से भी मुक्ति मिल सकती है.

विवाह में नहीं आएगी अड़चन

यदि किसी जातक के विवाह में देरी हो रही है, तो ऐसी स्थिति में प्रदोष व्रत के दिन तांबे के लोटे में जल लेकर उसमें एक बेलपत्र, थोड़ा-सा हरा मूंग और गुड़ डालें. अब इस जल को शिवलिंग पर चढ़ाएं. ऐसा करने से साधक के लिए जल्द ही विवाह के योग बनने लगते है. Read More – Juhi Chawla ने दिया Shahrukh khan का हेल्थ अपडेट, कहा – IPL के फाइनल मैच जरूर आएंगे वो …

बनेंगे तरक्की के योग

प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर सबसे पहले स्नान आदि कार्यों से निवृत हो जाएं. इसके बाद सूर्य स्तोत्र का पाठ करके उन्हें अर्ध्य दें. ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के लिए तरक्की के योग बनते हैं. सात ही घर के सभी सदस्यों पर भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा बनी रहती है.