Arunachal Pradesh Election Result 2024: अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से बीजेपी का डंका बजा है। 60 सीटों वाले विधानसभा में BJP की खांडू सरकार (Khandu Government) 47 सीटें जीतकर जोरदार वापसी की है। इसमें 10 विधायक निर्विरोध है। इसे लोकसभा चुनाव रिजल्ट से पहले बीजेपी के लिए बड़ी खुशखबरी मानी जा रही है। वहीं कांग्रेस का राज्य में खाता भी नहीं खुल सका।बीजेपी ने मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और शानदार तरीके से चुनाव लड़ा। पेमा खांडू पहले ही अपनी सीट से पहले ही निर्विरोध चुनाव जीत चुके हैं। अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी के सत्ता में लौटने के बाद इटानगर स्थित भाजपा कार्यालय में जश्न शुरू हो गया है।
बता दें वहीं 60 सीटों वाले इस राज्य में कांग्रेस का डिब्बा ‘गोल’ हो गया है। उसके खाते में एक भी सीट नहीं है। कांग्रेस अपनी पिछली तीन सीटें भी हार रही है। बाकी दलों की बात करें तो एनपीईपी आठ, एनसीपी तीन, पीपीए दो और अन्य दो सीटों पर बढ़त लिए हैं। कांग्रेस 2019 में तीन सीटें जीती थी, वो उसे भी नहीं जीत पाई। बता दें कि 2019 में अरुणाचल में भाजपा ने 42 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी।
बता दें कि अरुणाचल की 60 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 10 सीटों पर पहले ही बीजेपी के उम्मीदवार निर्विरोध जीत चुके हैं। अरुणाचल प्रदेश में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए 31 सीटें चाहिए। राज्य में भाजपा, कांग्रेस, जनता दल-यूनाइटेड (JD-U), पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) प्रमुख पार्टियां है। PPA और भाजपा गठबंधन में हैं।
निर्विरोध जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों के नाम
- मुक्तो सीट से पेमा खांडू
- बोमडिला सीट से डोंगरू सियोंगजू
- ईटानगर सीट से तेची कासो
- सागली सीट से रातू तेकची
- जीरो हापोली सीट से हागे अप्पा
- ताली सीट से जिक्को ताके
- तालिहा साीट से न्यातो दुकाम
- रोइंग सीट से मुच्चू मीठी
- हायूलियांग सीट से दासांग्लू पुल
- चोउखोम सीट से चौना मीन
पेमा खांडू का सियासी सफर
अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बहुमत के साथ जीत हासिल की है। पूर्व मुख्यंमत्री दिवंगत दोरजी खांडू के बेटे पेमा खांडू राज्य में दो बार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अब तीसरी बार मिली जीत के साथ ही खांडू तीसरी बार सत्ता का सिंहासन संभालेंगे। चीन की सीमा से सटे तवांग जिले के ग्यांगखर गांव से ताल्लुक रखने वाले पेमा खांडू मोनपा जनजाति से आते हैं। उन्होंने तवांग के बोम्बा में सरकारी माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद वर्ष 2000 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से कला स्नातक की उपाधि हासिल की। उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा।
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फुटबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन और वॉलीबॉल जैसे खेलों में दिलचस्पी रखने वाले खांडू ने राजनीति में आने के बाद से खेलों को बढ़ावा देने के लिए खूब प्रयास किए। 2014 में उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी के नेतृत्व वाली सरकार में शहरी विकास मंत्री नियुक्त किया गया। हालांकि, अक्टूबर में, उन्होंने असंतुष्ट नेता कलिखो पुल का साथ देते हुए मंत्री पद छोड़ दिया था।
खांडू ने बागी रूख अपनाते हुए कांग्रेस को लिखे अपने त्यागपत्र में कहा था: “आपके (तुकी) नेतृत्व वाली सरकार राज्य की आम जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने में बुरी तरह विफल रही है। पार्टी विधायकों के भीतर न तो लोकतंत्र है और न ही राजनीतिक स्थिरता, जिसके कारण राज्य में शासन अपने सबसे निचले स्तर पर है। इसके कारण तुकी के नेतृत्व वाली सरकार को सत्ता से बाहर होना पड़ा।
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