कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में एबीवीपी ने नीट एग्जाम के परिणाम में हुई धांधली को लेकर प्रदर्शन किया। ABVP ने कहा कि गोरख धंधे को दबाने के लिए 10 दिन पहले लोकसभा चुनाव के परिणाम के दिन रिजल्ट जारी कर दिया। वहीं संगठन ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।

नीट एग्जाम के रिजल्ट में हुई धांधली के खिलाफ आंदोलन तेज होता जा रहा है। इसी कड़ी में आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र संघ ने जबलपुर के घंटाघर स्थित प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों का कहना है कि नीट एग्जाम के रिजल्ट में हुई धांधली की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।

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एबीवीपी ने NTA के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कहा कि इस गोरख धंधे को छुपाने के लिए नीट के परीक्षा परिणाम 14 जून की जगह 4 जून को ही जारी कर दिए गए। छात्रों का कहना है कि 10 दिन पहले यानी चुनाव परिणाम के दिन रिजल्ट जारी करने का मकसद गोरख धंधे को दबाना था। छात्रों ने कहा कि नीट एग्जाम की रिजल्ट की काउंसिल होने से पहले इस पूरे मामले की जांच हो जाए तो छात्रों का विश्वास बना रहेगा।

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वहीं कुछ छात्रों ने यह भी कहा कि जब नीट जैसे एग्जाम में धांधली के बाद नीट में भी धांधली की आशंका बनी हुई है। एबीवीपी ने इस पूरे मामले में आरोपियों के खिलाफ जांच कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है। एबीवीपी का कहना है कि इस तरह से हुई धांधली से कई छात्रों का भविष्य अंधकार में लटक गया है। छात्रों ने कहा कि एनटीए को जिस तरह से एग्जाम करने की पूरे पावर देख रखे हैं उसमें पारदर्शिता भी होनी चाहिए ताकि वह अपने पावर का इस तरह से गलत इस्तेमाल न कर सके।

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