भिंड। मध्य प्रदेश के भिंड जिले में पिछले दिनों उल्टी-दस्त से तीन लोगों की मौत हो गई थी। जब मामले की जांच की गई तो ड्रिंकिंग वाटर में नाइट्रेट की अधिक पाया गया। इसके अलावा पानी में जीवाणु भी पाए गए। मामला अटेर विधानसभा क्षेत्र के नगर परिषद फूप का है।

दरअसल, 11 जून को दूषित पानी पीने से वार्ड नंबर- 5, वार्ड नंबर- 6 और वार्ड नंबर- 7 के रहवासियों को उल्टी-दस्त हैजा जैसी गंभीर बीमारी के कारण मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ था। जिसे लेकर बीएमओ डॉक्टर सिद्धार्थ चौहान ने ऑडियो वायरल कर कस्बे के लोगों को हिदायत भी दी थी। इस दौरान आधा सैकड़ा से अधिक लोग गंभीर अवस्था में ग्वालियर रेफर किए गए थे। वहीं दो पुरुषों सहित एक बच्ची की मौत हो गई थी।

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नगर परिषद फूप में दूषित पानी से तीन वार्डों के 60 लोग बीमार थे। प्रयोगशाला के सहायक कैमिस्ट अमर सिंह ने फूप के वार्ड नंबर-3 के बोरवेल, वार्ड नंबर 5 से अशोक कंकोलिया के नल, वार्ड नंबर- 6 ज्ञानेश पुरोहित के घर, वार्ड नंबर 7 के रितिक दीक्षित के हैंडपंप और गणेश शर्मा के नल से पानी का सैंपल लेकर परीक्षण किया। रिपोर्ट से पता चला है कि जल में नाइट्रेट की मात्रा सीमा से अधिक 175 मिलीमीटर से 200 मिलीमीटर तक पाया गया।

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जब कि निर्धारित सीमा 45 मिलीमीटर होनी चाहिए। इसके अलावा वार्ड नंबर-7 के गणेश शर्मा, वार्ड नंबर- 5 के अशोक कंकोलिया के घर के पास से जो सैंपल लिए गए थे, उसमें जीवाणु पाए गए। वहीं कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा है कि पानी को जीवाणु रहित करने के लिए क्लोरीनेशन किया जा रहा है।

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