World Blood Donor Day 2024 : रक्तदान बहुत ही बड़ा दान होता है. जिससे आप एक साथ कई लोगों की जान बचा सकते हैं. हर साल जून की 14 तारीख को रक्‍तदान दिवस मनाया जाता है जिसका मकसद लोगों को रक्तदान के लिए प्रेरित करना है.

क्या आप जानते हैं रक्तदान सिर्फ खून प्राप्त करने वालों के लिए ही फायदेमंद नहीं होता, बल्कि इससे रक्‍तदाता को भी कई सारे फायदे मिलते हैं. वैसे तो कोई भी स्वस्थ वयस्क पुरुष और महिला (18-65 साल) रक्तदान कर सकते हैं. पुरुष जहां हर 3 महीने में वहीं महिलाएं हर 4 महीने में रक्तदान कर सकती हैं. लेकिन कुछ सिचुएशन में दोनों को ही रक्तदान करने की मनाही होती है. तो आइए जान लेते हैं कौन कर सकता है रक्तदान और कौन नहीं.

कौन नहीं कर सकता रक्तदान (World Blood Donor Day 2024)

प्रेग्नेंट, स्तनपान कराने वाली और गर्भपात करवा चुकी महिला

अगर आप प्रेग्नेंट हैं, स्तनपान कराती हैं या फिर अभी-अभी बच्चे को जन्म दिया है या हाल ही में अबॉर्शन कराया है तो आपको रक्तदान करने से पहले आयरन चेक कराने के लिए कुछ समय इंतज़ार करने की आवश्यकता होगी.

सेक्स वर्कर और समलैंगिक

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इंसानों की कुछ गतिविधियों को रक्तदान के लिहाज़ से उच्च जोखिम कैटेगरी में रखा है.ऐसे ही कुछ जोखिम आपको रक्तदान करने से रोक सकते हैं. WHO ने इस वर्ग में सेक्स वर्कर और उन पुरुषों को रखा है जो आपस में यौन संबंध बनाते हैं.

दवाइयों का सेवन करने वाले

आप जिन दवाइओं का सेवन करते हैं उनकी वजह से हो सकता है कि आपको ब्लड डोनेट करने से मना कर दिया जाए. उदाहरण के लिए अगर आप किसी इंफेक्शन के इलाज के लिए कोई एंटी-बायोटिक दवा ले रहे हैं. तो, डॉक्टर्स आपको इंफेक्शन ठीक होने तक और पूरी तरह स्वस्थ हो जाने तक ब्लड डोनेट ना करने की सलाह देंगे.

टैटू कराने के तुरंत बाद

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, पियर्सिंग या टैटू कराने जैसी टेक्निक्स जिनमें, आपके शरीर में किसी तरह की सुइयां इंजेक्ट की जाती हैं. उनके बाद आपका ब्लड डोनेट करने की संभावना कम हो जाती है. ऐसी स्थितियों में आमतौर पर 4 महीने तक वेट करने के लिए कहा जा सकता है. दरअसल, हेपेटाइटिस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए इस तरह के फैसले लिए जाते हैं. हालांकि, अगर सर्टिफाइट आर्टिस्ट के पास से आप टैटू कराते हैं और पूरी सावधानी के साथ टैटू किया जाता है , तो हो सकता है आपको थोड़े कम समय तक इंतज़ार करने के लिए कहा जाए.

वैक्सिनेशन के बाद

कुछ वैक्सिनेशन्स में इंफेक्शन फैलाने वाले जीवित तत्व होते हैं. ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को टीका दिया जाता है. तो, उसे कुछ समय तक रक्त दान करने से बचना चाहिए. खासकर, खसरा या मीज़ल्स, चिकन पॉक्स, शिंगल्स जैसी बीमारियों के लिए टीका लेने वाले व्यक्ति को कम से कम एक महीने तक ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए.

कमज़ोर लोग

ऐसे लोग जिनका वज़न 45 किलो से कम होता है उन्हें, ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए. दरअसल, जिन लोगों का वजन उनकी हाइट के अनुपात में कम होता है उनका, ब्लड वॉल्यूम भी कम होता है. शरीर में कम खून या कम हीमोग्लोबिन वाले लोगों को रक्तदान करने से बचना चाहिए. इसका कारण यह है कि उनके शरीर से खून निकालने से उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है.

अल्कोहल लेने के बाद

रक्तदान के लिहाज से शराब पीना आपकी एलिजिबिलिटी कम कर सकता है. शराब या अल्कोहल पीने के 2 दिनों बाद तक ब्लड डोनेशन नहीं करना चाहिए.

इन्हें भी नहीं करना चाहिए ब्लड डोनेशन

  • जिन लोगों का हीमोग्लोबिन का लेवल 12.5 ग्राम से कम होता है, उन्हें भी रक्त दान नहीं करना चाहिए.
  • कैंसर के मरीज नहीं कर सकते ब्लड डोनेट.कैंसर के अतिरिक्त यदि आप मिर्गी, अस्थमा, ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स, थैलेसीमिया, सिकल सेल एनीमिया, पॉलीसिथीमिया वेरा आदि से जूझ रहे हैं, तो आप रक्तदान नहीं कर सकते.
  • महिलाओं को डिलीवरी और ब्रेस्ट फीडिंग के करीब 1 साल बाद ही ब्लड डोनेट करना चाहिए.
  • डायबिटीज में इंसुलिन का इंजेक्शन ले रहे हैं, तो आप ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं. लेकिन अगर ये कंट्रोल में है, तो आप ब्लड डोनेट कर सकते हैं.
  • नसों के द्वारा अगर एक भी बार आपने इंजेक्शन लिया है, तो ब्लड डोनेट नहीं कर सकते.किसी बीमारी की दवा लेते हैं, तो ब्लड डोनेशन से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
  • हेपेटाइटिस B, C, ट्यूबरकुलोसिस, लेप्रोसी और एचआईवी का इंफेक्शन है, तो इस कंडीशन में भी ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं.
  • ब्लड डोनेशन से 15 दिन पहले अगर आपने कालरा, टाइफाइड, डिप्थीरिया, टिटनेस, प्लेग और Gammaglobulin का टीका लिया है, तो ब्लड डोनेट नहीं कर सकते.