रायपुर. नक्सलियों के मांद में घुसकर सुरक्षा बल के जवानो ने बड़ा ऑपरेशन चलाकर मुठभेड़ में 9 माओवादियों को मार गिराया है. जिस क्षेत्र में नक्सलियों के साथ सुरक्षा बल के जवानो की मुठभेड़ हुई है उस क्षेत्र में नक्सली काफी खतरनाक और ताकतवर है. ऐसे में यह छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए बड़ी सफलता है. डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने प्रेस कान्फेंस कर आज नक्सली और जवानों के बीच हुई मुठभेड़ की जानकारी देते हुए बताया कि आज सुबह फोर्स रवाना हुई थी. बड़ा टारगेट होने के चलते इसे ऑपरेशन प्रहार चार का नाम दिया गया. ऑपरेशन प्रहार चार में डीआरजी, एसटीएफ समेत 1200 जवानों ने हिस्सा लिया.

संयुक्त फोर्स ने साकलेर के जंगलों में ऑपरेशन चलाया गया. जवानों और नक्सलियों के बीच डेढ़ घंटे तक मुठभेड़ चली. जवानों ने 9 माओवादियों के शव बरामद किए हैं. साथ ही बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं, जिसमें कई माओवादियों के कमांडर भी शामिल है. इसमें डीआरजी के दो जवान शहीद हुए हैं.

डीएम अवस्थी ने बताया कि नक्सलियों कि किस्टाराम थाना क्षेत्र के साकलेर जंगलों में छिपे होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद डीआरजी, एसटीएफ, सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम मौके पर रवाना की गई. जवानों ने मौके पर पहुंचकर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें 9 नक्सली को मार गिराया गया. साकलेर में 8 नक्सलियों को ढेर किया गया और 1 नक्सली को कोबरा बटालियन ने दूसरी जगह मुठभेड़ में मार गिराया. जवानों को भारी पड़ता देख नक्सली भारी मात्रा में हथियार पास के तालाब में फेंक भाग गए. जिसकी सर्चिंग की जा रही थी. शाम होने के चलते अभी सर्चिंग खत्म कर दी गई है. डीएम अवस्थी ने कहा कि शहीद जवानों और नक्सलियों के शव लाने के लिए साकलेर में एयरफोर्स का हेलीकाप्टर 5 बजे पहुंच गया. हेलीकाप्टर से शवो को ला लिया गया है.

डीएम अवस्थी ने आगे बताया कि मारे गए नक्सलियों में दो की शिनाख्त हो गई है. दोनों नक्सली डिविजन के कमांडर थे. एक मारे गए नक्सली का नाम ताती भीमा है. भीमा माओवादियों के ट्रेनर का इंचार्ज था और साथ में एसएलआर राइफल लेकर चलता था. दूसरा महिला नक्सली कमांडर पोडियम राजे पोल्लमपल्ली थाना क्षेत्र की  निवासी है. दोनों मारे गए नक्सली पर 8 लाख रुपए का ईनाम घोषित था. डीजी ने कहा कि बाकी नक्सलियों की शिनाख्त सुकमा में होगी. वहीं डीआरजी के 2 जवान दिर्दो रामा और माड़वी जोगा शहीद हो गए हैं.