शेख आलम, धर्मजयगढ़। छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी के लगातार मामले आने के बावजूद भी पुलिस कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पुलिस ने 8 नाबालिगों के साथ दो संदेहियों को हिरासत में लिया और फिर उन्हें कुछ ही देर में छोड़ भी दिया।
मामला सोमवार का है पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली की जलडेगा गाँव से बस में 8 नाबालिग लड़कों को दो युवक राजेश कुजूर और विजय तिग्गा दूसरे राज्य लेकर जा रहे हैं।
सूचना पर पुलिस बस स्टैंड में बस को रुकवाया और सभी नाबालिग लड़कों को बरामद किया और दोनों संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ में पता चला कि वे सभी नाबिलिगों को भोपाल में बोर खनन कार्य कराने ले जा रहे हैं।
पूछताछ में यह भी बात सामने आई कि राजेश और विजय दोनों पूर्व में भी क्षेत्र से कई लोगों को बाहर काम के लिए ले जा चुके हैं। बावजूद धरमजयगढ़ पुलिस ने दोनों संदेहियों को महज समझाईस देकर छोड़ दिया।
अन्य राज्य भोपाल बोरवेल्स गाडी में बोर खनन कार्य कराने ले जा रहे है । सुचना पर पुलिस बस स्टैंड में बस को रोक कर सभी नाबालिग लड़कों को बरामद किया और दोनों संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछ ताछ की जांच से पता चला राजेश और विजय दोनों पूर्व में भी क्षेत्र से कई लोगो को बाहर काम के लिए ले जा चुके हैं ,बावजूद धरमजयगढ़ पुलिस दोनों संदेहियों को महज समझाईस देकर छोड़ दिया जो समझ से परे हो जाता है ।
गौरतलब है कि पूर्व में प्रदेश में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के कई मामले आ चुके हैं। जहां प्रदेश के कई युवक-युवतियों को दूसरे राज्यों में इसी तरह ले जाया गया और बाद में उन्हें स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से रिहा भी कराया गया।