Jio Financial Share : आज यानी शुक्रवार को जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शेयर चर्चा में हैं। कंपनी ने एक्सचेंजों को बताया है कि उसे “गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी” (एनबीएफसी) से “कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी” में बदलने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से मंजूरी मिल गई है।
पिछले साल नवंबर में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने कंपनी को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी से कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी में बदलने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक में आवेदन किया था। इसने 21 नवंबर 2023 को दोनों एक्सचेंजों को यह जानकारी दी। रिलायंस इंडस्ट्रीज से वित्तीय सेवा कारोबार के अलग होने के बाद जियो फाइनेंशियल के शेयर 21 अगस्त 2023 को लिस्ट हुए। शेयर 265 रुपये पर लिस्ट हुए। फिलहाल इसका शेयर 350 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। इस साल शेयर में करीब 50 फीसदी की तेजी आई है।
सीआईसी की परिसंपत्ति का आकार 100 करोड़ से अधिक
कोर इन्वेस्टमेंट कंपनी (सीआईसी) एक विशेष एनबीएफसी है जिसकी परिसंपत्ति का आकार ₹100 करोड़ से अधिक है। 20 दिसंबर 2016 के आरबीआई सर्कुलर के आधार पर, सीआईसी का मुख्य काम कुछ शर्तों के साथ शेयर और प्रतिभूतियां हासिल करना है। सीआईसी को अपनी शुद्ध परिसंपत्तियों का कम से कम 90% इक्विटी शेयरों, वरीयता शेयरों, बॉन्ड, डिबेंचर, समूह कंपनियों में ऋण के रूप में निवेश के रूप में रखना होता है। ₹100 करोड़ से अधिक की परिसंपत्ति वाले सभी सीआईसी भारतीय रिजर्व बैंक के कानूनों द्वारा विनियमित होते हैं।
रिलायंस के वित्तीय सेवा कारोबार में 6 कंपनियां शामिल
- रिलायंस इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट एंड होल्डिंग्स लिमिटेड
- रिलायंस पेमेंट सॉल्यूशंस लिमिटेड
- जियो पेमेंट्स बैंक लिमिटेड
- रिलायंस रिटेल फाइनेंस लिमिटेड
- जियो इंफॉर्मेशन एग्रीगेटर सर्विसेज लिमिटेड
- रिलायंस रिटेल इंश्योरेंस ब्रोकिंग लिमिटेड का निवेश
मई में जियो फाइनेंस ऐप का बीटा वर्जन किया गया लॉन्च
हाल ही में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने जियोफाइनेंस ऐप का बीटा वर्जन लॉन्च किया। ऐप पर यूजर को डिजिटल बैंकिंग, यूपीआई ट्रांजैक्शन, बिल पेमेंट और इंश्योरेंस एडवाइजरी जैसी सेवाएं दी गई हैं। म्यूचुअल फंड पर लोन लेने की सुविधा भी है। आने वाले समय में कंपनी अपनी लोन सेवाओं का विस्तार करते हुए होम लोन तक ले जाएगी। कंपनी इसे एक अत्याधुनिक प्लेटफॉर्म बता रही है जो डेली फाइनेंस और डिजिटल बैंकिंग में क्रांति लाएगा। कंपनी यूजर इनपुट के आधार पर ऐप में सुधार करेगी।
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