राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले कई दिनों से तेज बारिश हो रही है, बारिश की वजह से खेत- खलिहान जहां पूरी तरह से भर चुके है। वहीं नदी-नाले भी उफान पर चल रहे है। कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति है। जिसकी वजह से एक स्थान से दूसरे स्थान का संपर्क टूट चुका है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी आज बाढ़ से निपटने के लिए समीक्षा बैठक करेंगे। वहीं मौसम विभाग ने तेज बारिश को लेकर कई जिलों में अलर्ट जारी किया है। 

उत्तरी ओडिशा और उससे लगे पश्चिम बंगाल पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून द्रोणिका एक बार फिर मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके प्रभाव से इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर, भोपाल, नर्मदापुरम और ग्वालियर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने के आसार हैं।

नदी-नाले  उफान पर 

प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। नदियों और बांधों का जलस्तर भी बढ़ गया है। इस वजह से कई स्थानों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। आज सीएम मोहन यादव बाढ़ से निपटने के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं इसे लेकर समीक्षा बैठक करेंगे और अधिकारियों से जानकारी जुटाएंगे।  

कई जिलों में अलर्ट 

मध्यप्रदेश में अब तक सामान्य से 7% ज्यादा बारिश हो चुकी है। नर्मदा और दूसरी नदियां उफान पर हैं। कोलार, बरगी, सतपुड़ा समेत कई डैम के गेट खोलकर पानी छोड़ना पड़ा है। भोपाल में सोमवार सुबह से धुंध के साथ हल्की बारिश हो रही है। उज्जैन में शिप्रा नदी के तट पर मंदिर डूब गए हैं। शाजापुर में बाढ़ आ गई है, जिससे घर और दुकानों में पानी भर गया है। सोमवार को जबलपुर समेत 8 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। पन्ना, सागर, छतरपुर,देवास टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और डिंडौरी में भी तेज भारी की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। 

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