Vrat Me Kon Sa Tel Khana Chaiye : सावन का महीना चल रहा है और इसी के साथ व्रत का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. व्रत के दौरान ज्यादातर लोग फलाहार करते हैं. फलाहारी में लोग फल, कुट्टू के आटे से बनें पकवान, साबूदाने की खिचड़ी और समा के चावल की खीर आते हैं. इतना ही नहीं कई बार व्रत के दौरान कचौड़ी, पकोड़े और पराठे भी खाते हैं, ताकि पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करें और उन्हें देर तक भूख न लगें. जाहिर सी बात है परांठे, पूड़ी और पकौड़े बनाने के लिए तेल का इस्तेमाल किया जाता है.

क्या आप जानते हैं जिस तरह से व्रत के दौरान खाने में अलग तरह के नमक और आटे का इस्तेमाल किया जाता है. ठीक वैसे ही व्रत के दौरान बनाए जाने वाले पकवानों के लिए भी तेल अलग होना चाहिए. व्रत के दौरान किस तेल में बनी चीजों का सेवन करना चाहिए, आज हम आपके इस कंफ्यूजन को दूर करेंगे.

व्रत के दौरान कौन सा तेल खाना चाहिए (Vrat Me Kon Sa Tel Khana Chaiye)

व्रत के दौरान अक्सर लोग मूंगफली का सेवन करते हैं, क्योंकि इसमें काफी प्रोटीन पाया जाता है. जिस तरह से व्रत के दौरान मूंगफली खाना अच्छा है. ठीक वैसे ही व्रत के दौरान मूंगफली के तेल में पकवान खाना सेहत के लिहाज से फायदेमंद साबित होता है. व्रत में मूंगफली के तेल के अलावा आप देसी घी से बनी चीजों का सेवन कर सकते हैं. इन सबके अलावा फलों से तैयार किए जाने वाले तेलों का इस्तेमाल भी फलाहारी को बनाने के लिए किया जाता है. व्रत के दौरान बादाम और ऑलिव ऑयल से बनें पकवान खाए जा सकते हैं. इस तरह के तेल सेहत के लिहाज से भी बहुत फायदेमंद होते हैं.

व्रत के दौरान कौन सा तेल नहीं खाना चाहिए (Vrat Me Kon Sa Tel Khana Chaiye)

व्रत के दौरान कभी भी रिफाइंड तेलों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. रिफाइंड ऑयल को बनाने के लिए सोयाबीन और सूरजमुखी के तेलों का इस्तेमाल किया जाता है. सोयाबीन और सूरजमुखी के तेलों का स्मोकिंग प्लाइंट काफी ज्यादा होता है इसलिए यह हेल्दी फैट की लिस्ट में नहीं आता है. व्रत के दौरान लंबे समय तक खाली पेट रहने के बाद अगर रिफाइंड ऑयल से बनी चीजों का सेवन किया जाए, तो इसकी वजह से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इतना ही व्रत के दौरान रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल करने की वजह से पेट में दर्द, ब्लोटिंग और कब्ज की प्रॉब्लम भी देखी जाती है.

व्रत में नहीं खाना चाहिए सरसों का तेल

व्रत के दौरान बीजों से निकाले गए तेलों का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए. सरसों का तेल, अलसी के बीजों से प्राप्त तेलों का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए. दरअसल, सरसों के तेल में बने खाने को पचाने में ज्यादा वक्त लगता है. इतना ही नहीं सरसों का तेल खाने में भारी माना जाता है. व्रत में लोग खाली पेट रहते हैं, ऐसे में अगर सरसों के तेल से बनीं चीजों का सेवन किया जाए, तो पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं.