दुर्ग/रायपुर। छत्तीसगढ़ के होने वाले सीएम को लेकर दिल्ली में दो दिन तक लंबी खींचतान चली. इस खींचतान के बीच साहू समाज के लोग नाराज हो गए हैं और उन्होंने दुर्ग और रायपुर में जमकर प्रदर्शन किया. नारेबाजी और प्रदर्शन के बाद समाज के पदाधिकारियों ने कांग्रेस को चेतावनी भी दे डाली. चेतावनी 2019 में पार्टी को सबक सिखाने की. दुर्ग के साथ ही रायपुर में भी समाज के पदाधिकारियों के बीच खासी नाराजगी है. दुर्ग में समाज के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक हितेन्द्र ने कहा कि ताम्रध्वज साहू के मुख्यमंत्री पद का दावेदार होने की वजह से कांग्रेस को साहू समाज का समर्थन मिला. ताम्रध्वज साहू का नाम बदले जाने पर 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को उसका खामियाजा उठाना पड़ेगा. वहीं रायपुर में टिकरापारा स्थित साहू समाज काम्पलेक्स में समाज के पदाधिकारी इकट्ठा हुए और नारेबाजी की. पदाधिकारियों का कहना था कि ताम्रध्वज साहू ने टिकट नहीं मांगा था फिर उन्हें टिकट क्यों दी गई, मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे कर के बीजेपी से साहू समाज के उम्मीदवारों को वोट न देकर कांग्रेस को वोट दिया. वहीं समाज के उपाध्यक्ष प्रवीण साहू ने कहा कि अब ताम्रध्वज साहू जो कहेंगे समाज वैसा ही करेगा.

दरअसल राहुल गांधी के साथ शनिवार को दावेदारों की दिन में बैठक के बाद दुर्ग ग्रामीण से विधायक ताम्रध्वज साहू का नाम उभरकर सामने आया. साहू के राहुल की पसंद होने की अटकलें जैसी ही मीडिया में आई तो साहू समाज में खुशियों की लहर दौड़ गई. समाज के उनके समर्थक इकट्ठा हो गए और एक दूसरे को मिठाई भी खिलाने लग गए. लेकिन उसके बाद के क्रम में हुए घटनाक्रम ने उनकी खुशी को गम में बदल दिया. राहुल गांधी के साथ चल रही बैठक से ताम्रध्वज उठकर चल दिये. जिसके बाद उनके सीएम बनने को लेकर संशय पैदा हो गई. इसी बीच दिल्ली से आई एक खबर ने उनके समर्थकों में नाराजगी पैदा कर दी. जो खबर निकल कर सामने आई उसके मुताबिक कांग्रेस आलाकमान छत्तीसगढ़ में एक नया प्रयोग करने जा रहे हैं. जिसके तहत पहले के ढाई वर्ष भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के अगले सीएम होंगे वहीं दूसरे ढाई वर्ष टीएस सिंहदेव राज्य की बागडोर संभालेंगे.

देखिये वीडियो

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=gLfW1rqJ-xI[/embedyt]