सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की छात्रा से दुष्कर्म के बाद की गई हत्या से केवल पश्चिम बंगाल ही नहीं पूरा देश में गुस्सा है. इसकी बानगी रायपुर में भी नजर आ रही है. छत्तीसगढ़ के सभी OPD डॉक्टर आज जहां काली पट्टी बांधकर मरीजों को अटेंड कर रहे हैं, वहीं बुधवार को विरोध-प्रदर्शन करेंगे. इसे भी पढ़ें : Chhattisgarh News: टॉप 10 में था इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की अब पीछे से 61 नंबर पर

यूडीएफए और छत्तीसगढ़ जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन की बैठक में फैसला 14 अगस्त को सामूहिक हड़ताल पर जाते हुए ओपीडी को बंद करने का फैसला लिया गया. हड़ताल के दौरान इलेक्टिव सर्विसेज जहां बंद रहेंगे, वहीं इमरजेंसी सर्विस चालू रहेगी. बैठक में रायपुर, अंबिकापुर और जगदलपुर के जेडीए के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे. बैठक में केंद्र सरकार से सीबीआई जांच सहित पांच सूत्रीय माँग रखी गई. इसके साथ राज्य सरकार से डॉक्टरों की सुरक्षा बढ़ाने की अपील कर रहे हैं.

डॉक्टरों की मांगों का जिक्र करते हुए एसोसिएशन पदाधिकारियों ने बताया कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में ऑन ड्यूटी डॉक्टर के साथ हुई घटना के आरोपियों को सीबीआई जांच के माध्यम से कड़ी सजा देने की मांग करते हैं. इसके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता और स्वास्थ्य प्रतिष्ठान संरक्षण अधिनियम- स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्यस्थल पर हिंसा को रोकने के लिए पूरे भारत में जल्द से जल्द “केंद्रीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता और स्वास्थ्य प्रतिष्ठान संरक्षण अधिनियम” लागू किया जाना चाहिए.

पदाधिकारियों ने कहा कि कार्यस्थल सुरक्षा प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि गार्ड अपने ड्यूटी घंटों के दौरान अपने स्थान पर रहें और उनके काम की सख्ती से निगरानी की जानी चाहिए. इसके साथ राज्य के भीतर मेडिकल कॉलेज परिसरों के भीतर अंधेरे क्षेत्रों की पहचान की जानी चाहिए और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऐसे सभी अंधेरे स्थलों में उचित रोशनी लगाई जानी चाहिए, इसके अलावा मेडिकल कॉलेज परिसरों के चारों ओर उचित सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ये कैमरे काम करने की स्थिति में हों.

कॉलेज का गेट कर दिया बंद

छत्तीसगढ़ में ही नहीं घटना के केंद्र कोलकाता में भी डॉक्टरों का गुस्सा उबल रहा है. कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज (सीएनएमसी) के छात्रों ने ममता सरकार की लापरवाहीपूर्ण कार्रवाई के विरोध में संदीप घोष के प्रवेश को रोकने के लिए गेट बंद कर दिया है.

दरअसल, जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना को लेकर छात्रों के साथ आम लोगों के गुस्से को देखते हुए आरजी कर कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, लेकिन ममता सरकार ने चार घंटे बाद ही उन्हें सीएनएमसी कॉलेज का प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया. ममता सरकार के कदम के विरोध में सीएनएमसी के छात्रों ने संदीप घोष को पदभार ग्रहण करने से रोकने के लिए कॉलेज गेट बंद कर दिया है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुए अहम खुलासे

वहीं दूसरी ओर जूनियर डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने रेप के बाद पीड़िता का गला घोंटा. आरोपी ने पीड़िता का गला दबाकर और मुंह दबाकर हत्या की. रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह 3 से 5 बजे के बीच डॉक्टर की हत्या की गई. पीड़िता के शरीर पर कई जगहों पर चोट के गंभीर निशान पाए गए हैं.