Kolkata Doctor Rape-Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज (R G Kar Medical College and Hospital) में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या (Female doctor murdered after rape) को लेकर पिछले तीन दिन से चल रहा प्रदर्शन बुधवार रात हिंसक हो गया। भीड़ पुलिस बैरिकेड तोड़कर कॉलेज में घुस गई और जमकर बवाल काटा। अज्ञात हमलावरों ने उन हिस्सों में तोड़फोड़ की, जहां महिला डॉक्टर का शव मिला था। ये लोग कौन थे यह साफ नहीं हो पाया है। वहीं हमले को लेकर BJP ने TMC पर करारा वार किया है। बीजेपी ने इसे लेकर कोलकाता पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि जानबूझकर प्रदर्शनकारियों के भेष में टीएमसी के गुंडों ने यहां आकर सबूत मिटाए। ऐसे में कोतलाता पुलिस की कार्यशैली एक बार फिर से निशाने पर आ गई है।
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दरअसल कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर के साथ हुई रेप और मर्डर की वारदात के विरोध में गुरुवार रात देश को कई जगहों पर रात 11:55 बजे ‘रिक्लेम द नाइट’ नाम का विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। इसका मतलब है- रात पर अपना अधिकार हासिल करना। इस प्रदर्शन को आजादी की आधी रात में महिलाओं की आजादी की खातिर प्रदर्शन का नाम दिया गया। देखते ही देखते कोलकाता में आयोजित विरोध- प्रदर्शन हिंसक हो गया।
आधी रात को हालात उस वक्त बिगड़ गए जब उग्र भीड़ हॉस्पिटल की इमरजेंसी बिल्डिंग में बैरिकेड तोड़कर घुस गई। पहले इस भीड़ ने पुलिस के वाहनों में तोड़-फोड़ की, पुलिस पर पत्थर फेंके। इसके बाद भीड़ अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भी घुसी और यहां भी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया। रात करीब 12 बजे अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। डॉक्टरों के साथ मारपीट की। अस्पताल परिसर में जिस जगह प्रदर्शनकारी डॉक्टर धरना दे रहे थे, उस जगह पर भी उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की और कुर्सियां तोड़ी गईं, पंखे तोड़ दिए।
हर उस चीज को निशाना बनाया जो सबूत के तौर पर थे
इमरजेंसी वॉर्ड के अंदर घुसकर हमलावरों ने खिड़की, बेड से लेकर तमाम मेडिकल इक्विपमेंट तक सबकुछ तहस-नहस कर दिया। यहां तक कि अस्पताल के अंदर बने पुलिस बैरक को भी भीड़ ने तोड़ डाला। अस्पताल के बाहर पहले इंसाफ की मांग को लेकर नारे लगे और फिर देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए।
इस भीड़ ने अचानक अस्पताल पर हमला बोल दिया। उस इमरजेंसी बिल्डिंग पर भी हमला किया गया जहां महिला डॉक्टर के साथ रेप हुआ और उसकी हत्या की गई। जिस इमारत के कोने-कोने में वारदात के सबूत छिपे हुए थे। उसी इमारत को देर रात तहस नहस कर दिया। पुलिस ने उग्र भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
पुलिस कमिश्नर ने अपनी नाकामी छुपाने मीडिया पर मढ़ा दोष
गुडों के सामने हाथ खड़े करने वाली कोलकाता पुलिस कमिश्नर ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए मीडिया पर ही दोष मढ़ दिया। पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल ने कहा कि जो कुछ यहां हुआ है वह गलत मीडिया कैंपेन के चलते हुआ है। यह दुर्भावनापूर्ण कैंपेन कोलकाता पुलिस के खिलाफ चलाया जा रहा था। कोलकाता पुलिस ने क्या नहीं किया? हमारे खिलाफ अफवाहें फैलाई जा रही हैं। हमने कुछ गलत नहीं किया है फिर भी मीडिया के दुर्भावनापूर्ण अभियान की वजह से लोगों ने कोलकाता पुलिस पर भरोसा करना बंद कर दिया है। हमने कभी नहीं कहा कि एक ही आरोपी है। हम साइंटिफिक एविडेंस का इंतजार कर रहे हैं ।
गोयल ने कहा, ‘अस्पताल में तैनात पुलिसकर्मियों की संख्या कम थी जिसके कारण वह उग्र भीड़ को काबू नहीं किया जा सका। पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर केस में पुलिस ने पुरी ताकत के साथ काम किया लेकिन लगातार फैलाई जा रही अफवाहों की वजह से हालात बेकाबू हो गए।
ममता बनर्जी ने अपने गुंडे भेजे- बीजेपी
बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने पोस्ट करते हुए लिखा, ‘ममता बनर्जी ने अपने टीएमसी गुंडों को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास अराजनीतिक विरोध रैली में भेजा है। वह सोचती हैं कि वह पूरी दुनिया में सबसे चतुर इंसान हैं और लोग इस चालाकी को समझ नहीं पाएंगे कि प्रदर्शनकारियों के रूप में दिखाई देने वाले उनके गुंडे भीड़ के साथ मिल जाएंगे और आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अंदर बर्बरता को अंजाम देंगे। उन्हें पुलिस द्वारा सुरक्षित रास्ता दिया गया, जो या तो भाग गए या दूसरी तरफ देखने लगे ताकि ये गुंडे अस्पताल परिसर में प्रवेश कर सकें और महत्वपूर्ण सबूत वाले क्षेत्रों को नष्ट कर दें ताकि इसे सीबीआई द्वारा न उठाया जा सके।
अधिकारी ने आगे कहा, ‘वे मूर्ख टीएमसी गुंडे थे, वे योजना को अच्छी तरह से क्रियान्वित नहीं कर सके और जब उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टरों, पीजीटी और प्रशिक्षुओं के धरना मंच पर तोड़फोड़ की तो उन्होंने अपनी पहचान प्रकट की। जो कोई एकजुटता दिखाने आया है वह विरोध प्रदर्शन के केंद्र को क्यों नष्ट करेगा? आख़िरकार पूरे राज्य में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन हुआ, फिर आरजी कर में ही हिंसा क्यों भड़की?’
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