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लोकेश प्रधान. बरमकेला. छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले केबिनेट बैठक में 16 लाख 65 हजार किसानों का 6100 करोड़ का कर्जा माफ निर्णय लिया है, सरकार के इस निर्णय से जहां किसानों में खुशी है, वहीं लगातार वर्षा और मौसम खराब के चलते किसान चिंतित हैं.
किसानों के धान खेत में है, जिसकी कटाई नहीं हो पाई है, और कुछ फसल खलियान में है. किसानों का कहना है कि मजदूर नहीं मिलने की वजह से हाथों से फसल कटाई करना संभव नहीं है. फसल को हार्वेस्टर मशीन से कटवाते हैं, जिसमें फसल को सूखने में 15 से 20 लग जाएंगे. बारिश की वजह से खेतों में पानी भर गया, जिससे खेत में लगी फसल सड़ने लगी है. ऐसे में यदि किसान धान फसल की कटाई कर भी लेता है और उसे सेवा सहकारी समिति में बेचने जाता है तो भी वे बेच नहीं पाएंगे.
किसानों ने बताया कि समिति में बिक्री के लिए धान की नमी 17 प्रतिशत से कम होनी चाहिए,. लेकिन वर्षा के चलते धान पूरी तरह से भीगे हुए है, ऐसे में किसान क्या करे. लगातार हो रही बारिश केबीच किसान अपने खेतों में फसल को सिर्फ ताक रहा है, और फसल की रक्षा को लेकर चिंतित हैं. सरिया सेवा सहकारी समिति में 17890 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है, जिसमें से 13240 क्विंटल धान का उठाव हो चुका है. लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि वर्षा के चलते दो दिनों से कोई भी किसान अपना धान मंडी नहीं लाया है.