New Tax Regime : भारत के 72% करदाता नई कर व्यवस्था के तहत रिटर्न दाखिल कर रहे हैं. यह जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज (बुधवार, 21 अगस्त) आयकर विभाग की 165वीं वर्षगांठ पर दी.

वित्त मंत्री ने कहा कि नई व्यवस्था को बहुत सोच-समझकर और आसान व्यवस्था के तौर पर तैयार किया गया है. इसके जरिए टैक्स दाखिल करने वालों का मानना ​​है कि यह ज्यादा सुविधाजनक और फायदेमंद है.

वित्त मंत्री के संबोधन की मुख्य बातें

31 जुलाई 2024 की समयसीमा तक आकलन वर्ष (एवाई) 2024-25 के लिए रिकॉर्ड 7.28 करोड़ आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए गए. यह पिछले साल की समान अवधि (एवाई 2023-24) के 6.77 करोड़ से 7.5% ज्यादा है.

वित्त मंत्री ने कहा, ‘यह एक विकल्प और चयन है. हम लोगों पर दबाव नहीं डाल रहे हैं. भारत का प्रत्यक्ष कराधान करदाताओं की जरूरतों को समझ रहा है. हम सिर्फ करदाताओं को प्रेरित कर रहे हैं.’ वित्त मंत्री ने कर अधिकारियों से कहा कि वे करदाताओं को भेजे जाने वाले नोटिस या पत्रों में सरल भाषा या शब्दों का इस्तेमाल करें. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपनी शक्तियों का समझदारी से इस्तेमाल करना चाहिए.

सीतारमण ने देश की अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए करदाताओं को बधाई दी और इस साल पहली बार कर दाखिल करने वाले 58.57 लाख लोगों का जिक्र किया. वित्त मंत्री ने भविष्य में होने वाले सुधारों का भी संकेत दिया और कहा कि छह महीने के भीतर कर संहिता के कुछ हिस्सों को सरल बनाया जाएगा.