Benifits Of Doob Juice : भारतीय संस्कृति में ही दूब रची-बसी हुई है. शादी-ब्याह, पूजा-पाठ या कोई भी मांगलिक कार्य, दूब सभी जगह रहती है. यह भगवान गणेश को अति प्रिय है. बुजुर्गों को कहते सुना है कि सुबह ओस वाली दूब की घास पर चलने से आंखों की रोशनी बढ़ती है. आयुर्वेद में इसके कई फायदे बताए गए हैं. यह कफ-पित्त शामक औषधि है.

आयुर्वेद विशेषज्ञ बताते हैं, दूब का किसी भी रूप में सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कम होता है. कई रिसर्च में भी बताया गया है कि दूब का रस पीने से डायबीटिक मरीजों को फायदा होता है.

इसमें विटामिन-ए, विटामिन सी, पोटेशियम, प्रोटीन, एसिटिक एसिड होते हैं. इसके अलावा इसमें इस तरह के रसायन होते हैं जिनमें औषधीय गुण होते हैं. इसलिए यह एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं. दूब के रस का सेवन करने से ब्लड डिटॉक्सीफाई होता है यानी खून साफ होता है. यह शुगर कंट्रोल से लेकर इम्युनिटी बढ़ाने और लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करती है. इसके नियमित सेवन से शरीर में खून की कमी पूरी होती है. डायबिटीज के मरीज़ों के लिए हरी दूब रामबाण औषधि है. इसमें हाइपोग्लाइसेमिक इफ़ेक्ट होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है. अगर सुबह ख़ाली पेट हरी दूब और कड़वी नीम के जूस को मिलाकर पीने से डायबिटीज को दूर रखने में मदद मिलती है. जानते हैं हरी दूब को सेवन करने के फ़ायदे….

  • डायबिटीज के मरीज़ों के लिए तो हरी दूब रामबाण औषधि है. सुबह ख़ाली पेट हरी दूब और कड़वी नीम के जूस को मिलाकर पीने से डायबिटीज को दूर रखने में मदद मिलती है.
  • इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं. त्वचा संबंधी रोगों जैसे एक्जिमा, सोरायसिस, घावों और फंगल संक्रमण के इलाज के लिए फायदेमंद है. नियमित रूप से जस का सेवन करने से त्वचा में चमक आती है.
  • दूब के जूस से एनीमिया से छुटकारा मिल सकता है. यह शरीर में जाकर लाल रक्त कोशिकाओं को बढ़ाने का काम करती है. 
  • अगर आपका पीरियड समय पर नहीं आता है. तो इसका जूस बहुत फ़ायदेमंद है. यह मासिक धर्म चक्र को नियमित करने, भारी रक्तस्राव को नियंत्रित करने और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम को ठीक करने के लिए एक असरदार औषधि है.
  • दूब का जूस खाली पेट सेवन करने से शरीर डिटॉक्स होने में मदद मिलती है. पेट से संबंधित समस्याएँ क़ब्ज़, बावासीर आदि दूर करने में मदद मिलती है.