लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी बुक्कल नवाब ने हनुमान जी को मुस्लिम बताया है. बुक्कल नवाब कहते हैं कि हनुमान जी पूरे विश्व के थे, हर धर्म के थे, हर मजहब के थे. इतना ही नहीं बीजेपी के एमएलसी बुक्कल नवाब तो यह भी कहते हैं कि ‘हमारा मानना है कि हनुमान जी मुसलमान थे, इसलिए हमारे अंदर जो नाम रखे जाते हैं, रहमान, रमजान, फरमान, जिशान, कुर्बान, जैसे जितने भी नाम रखे जाते हैं, वो करीब-करीब हनुमान जी के नाम पर ही रखे जाते हैं.’ बुक्कल नवाब की मानें तो यही वजह है कि हनुमान के नाम पर कोई हिन्दू अपना नाम नहीं रखता.
- ‘पहले बुक्कल नवाब बताएं कि वह हिंदू हैं या मुसलमान’
बुक्कल नवाब के बयान के बाद अयोध्या के संतों व बाबरी मस्जिद पक्षकार की कड़ी प्रतिक्रिया आई है. श्री रामजन्म भूमि न्यास अध्यक्ष महंत गोपालदास ने बुक्कल नवाब के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुस्लिम भाईयों को धन्यवाद कि वह हनुमान जी को मानने लगे हैं. हालांकि हनुमान जी में सभी धर्मों का समावेश है. वही श्री रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास ने कहा कि जब हनुमान जी का जन्म हुआ था उस समय इस्लाम का जन्म नहीं हुआ था. ऐसा बयान देवी-देवताओं का अपमान करने वाला है. बुक्कल नवाब को ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए.
- भगवा रंग में रंगे बुक्कल नवाब, बोले- ‘पहले से हूं हनुमान भक्त’
बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने बुक्कल नवाब पर सवाल खड़े किए हैं. इकबाल अंसारी ने कहा है कि बुक्कल नवाब बताएं कि वह हिंदू हैं कि मुसलमान. बुक्कल नवाब सिर्फ कबूतर बाजी किया करते थे, उनको दीन धर्म की जानकारी नहीं है उनका ऐसा बयान समाज को भड़काने वाला है. हालांकि बुक्कल नवाब के इस बयान से दूरी बनाते हुए यूपी सरकार के सीनियर कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना कहते हैं कि वह खुद हनुमान के बड़े भक्त हैं. अपने विधानसभा क्षेत्र में हनुमान की सबसे बड़ी मूर्ति भी बनवाई है. हम जिसकी आराधना करते हैं उस भगवान को जाति में कैसे बांट सकते है. भगवान को जातियों में बांटना गलत है.
- विपक्ष का हमला
हालांकि विपक्ष को एक बार फिर बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन कहते हैं कि बीजेपी में हनुमान की जाति बताने की होड़ लगी हुई है. पहले इनके मुख्यमंत्री हनुमान जी को दलित बताते है, एक मंत्री उन्हें जाट और बुक्कल नवाब ने तो मुसलमान बता दिया. भगवान की जाति नहीं होती, लेकिन ये बीजेपी के नेताओं का मानसिक दिवालियापन है, जो हनुमान जी को जाति में बांटने पर आमादा है.
साफ है कि सीएम योगी आदित्यनाथ के हनुमान जी को दलित बताने वाले बयान के बाद से ही इस पर सियासत हो रही है. इस बयान की देश भर में चर्चा हुई और अब समाजवादी पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हुए बुक्कल नवाब ने फिर से हनुमान जी को सुर्खियों में ला दिया है.