धीरज दुबे, कोरबा-सैय्यद राशिद अली के नेतृत्व वाली कमेटी ने शनिवार को उच्च न्यायालय में दूसरी कमेटी को चुनौती दी. इस पर न्यायालय ने सैय्यद राशिद अली के नेतृत्व वाली कमेटी को वैध मानते हुए स्टे दे दिया है. अब सैय्यद राशिद अली के नेतृत्व वाली कमेटी ही उर्स का आयोजन करेगी. न्यायालय के इस फैसले से विपक्षियों की खुशी काफूर हो गई है वहीं उर्स वाली कमेटी अपनी तैयारियों में लग गई है.
छत्तीसगढ़ के शाहंशाह बाबा सैय्यद इंसान अली शाह लुतरा शरीफ में आगामी 24 से 29 दिसम्बर तक होने वाले 60 वे उर्स के आयोजन के अधिकार को लेकर वक्फ बोर्ड अधिकरण द्वारा 7 सदस्यीय कमेटी से उर्स करने का निर्देश दिए थे. बाद में दूसरे गुट ने एक नई समिति बनाकर उर्स करने का अधिकार पा लिया था वहीं 21 दिसम्बर को आयुक्त वक्फ बोर्ड ने समस्त अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारी के संबंध में जानकारी ली.
बैठक के दौरान लुतरा की पंचायत एवं सात पाली के पदाधिकारी पहुंचकर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई. दो सौ की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों के आक्रोश को देखकर आयुक्त ने संयुक्त रूप से उर्स के आयोजन का प्रस्ताव रखा, लेकिन ग्रामीणों ने उस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया. ग्रामीणों का कहना था कि वक्फ बोर्ड ने अनियमतता के आरोप में जिस कमेटी को पदमुक्त किया है, उसे वित्त का अधिकार कैसे दिया जा सकता है. इस पर बिना निर्णय के बैठक समाप्त हो गई थी.