हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर भाजपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट को रोक दिया गया है. फिलहाल उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी नहीं की जाएगी. दिल्ली में गुरुवार देर शाम को BJP केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई और इसमें सभी 90 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर चर्चा हुई.

बैठक में राज्य की सभी 90 सीटों पर मंथन हुआ था, जिनमें से 55 पर फैसला हो चुका है. हालांकि अब तक CM सैनी के अलावा किसी भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं हुआ है. दिल्ली मुख्यालय में हुई मीटिंग की अध्यक्षता PM मोदी ने की थी. इस मीटिंग में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, होम मिनिस्टर अमित शाह, सत्यनारायण जटिया, इकबाल सिंह लालपुरा, के. लक्ष्मण, सुधा यादव , नायब सिंह सैनी समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. इस मीटिंग में हरियाणा बिप्लब देब, भूपेंद्र यादव, सतीश पूनिया, धर्मेंद्र प्रधान और सुरेंद्र नागर भी मौजूद थे.

जेपी नड्डा और अमित शाह की बैठक से पहले भी लंबी मीटिंग चली थी. कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में उम्मीदवारों के नाम तय करने पर विचार हुआ था. इस कोर ग्रुप मीटिंग में मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे. जानकारी मिली है कि अब एक मीटिंग शुक्रवार को भी होनी है, जिसमें राज्य की बाकी 35 सीटों पर भी उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया जाएगा. अब तक मिली जानकारी के अनुसार भाजपा ओपी धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी चुनाव में उतार सकती है. राज्य में 1 अक्टूबर को मतदान होना है और 4 तारीख को गिनती की जाएगी.

फिलहाल BJP केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक एक बार फिर से होगी. माना जा रहा है कि 1 सितंबर तक BJP के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट आ सकती है. इसके अलावा इस बार चुनावों में BJP ने किसी के साथ गठबंधन नहीं किया है.

टिकट बांटने को लेकर BJP ने बनाई रणनीति

बीजेपी ने इस बार टिकट बंटवारे के लिए कुछ खास मापदंड तैयार किए गए हैं. इस बार चुनाव में पार्टी जातिगत समीकरणों को ध्यान में रख कर टिकट देगी. इस दौरान उम्मीदवारों का चयन उनकी जीतने की क्षमता और लोकप्रियता के आधार पर होगा. पार्टी इस बार नेताओं के बच्चों को भी टिकट दे कटी है. एंटी इंकबेंसी की काट के लिए टिकटों पर कैंची भी चलाई जाएगी. जानकारी के अनुसार, 30 प्रतिशत विधायकों के टिकट भी कट सकते हैं. कई मंत्रियों का भी इस बार टिकट कट सकता है. बता दें कि हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल ने चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई है.