बलांगीर : वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अरुण बोथरा ने मंगलवार को ओडिशा के पटनागढ़ में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की अदालत में 2018 के हाई-प्रोफाइल पार्सल बम मामले में गवाह के तौर पर पेश हुए।

बोथरा ने ओडिशा क्राइम ब्रांच के आईजी पुलिस के तौर पर इस सनसनीखेज मामले की जांच का नेतृत्व किया था। सूत्रों के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मामले में 60वें गवाह के तौर पर अदालत के सामने पेश हुए।

उन्होंने इस मामले का भंडाफोड़ करने में अहम भूमिका निभाई, जिसके चलते 25 अप्रैल, 2018 को मास्टरमाइंड अंग्रेजी के लेक्चरर पुंजीलाल मेहर को गिरफ्तार किया गया। पुंजीलाल पर क्राइम ब्रांच ने आईपीसी की धारा 302 और 307 के अलावा विस्फोटक अपराध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।

गौरतलब है कि 23 फरवरी, 2018 को सौम्यशेखर साहू और उनकी दादी की शादी के तोहफे के तौर पर कूरियर से मिले पार्सल को खोलते समय हुए विस्फोट में मौत हो गई थी। इस हादसे में सौम्यशेखर की पत्नी रीमा साहू गंभीर रूप से झुलस गई थीं।

पूर्व प्रिंसिपल पुंजीलाल ने कथित तौर पर सौम्यशेखर की मां संजुक्ता के साथ हिसाब बराबर करने की साजिश रची थी, जब उन्होंने पटनागढ़ के पास भैंसा में ज्योति विकास कॉलेज की प्रिंसिपल का पदभार संभाला था।