लखनऊ. सुल्तानपुर जिले में डकैती के आरोपी के एनकाउंटर (Sultanpur encounter) को लेकर सियासी पारा हाई है. एक तरफ अखिलेश यादव सरकार पर जाती देखकर एनकाउंडर करवाने का आरोप लगा रहे हैं. इस मुद्दे पर आजाद पार्टी के चंद्रशेखर आजाद ने भी अखिलेश का समर्थन किया. वहीं दूसरी तरफ सीएम योगी अखिलेश यादव को जातिवादिता से ऊपर उठकर पुलिस के गुडवर्क की सराहना करने के लिए कह रहे हैं. इधर योगी के समर्थन में राजभर भी दिखे. अब इस मामले में मायावती की भी एंट्री हो गई है. उन्होंने X पर लंबा-चौड़ा पोस्ट कर आरोप-प्रत्यारोप के इस खेल पर जमकर भड़ास निकाली है.

उन्होंने लिखा है कि- ‘यूपी के सुलतानपुर जिले में एनकाउन्टर की घटना के बाद से बीजेपी व सपा में कानून-व्यवस्था को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं तथा अपराध, अपराधी व जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति की जा रही है, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं.’

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उन्होंने आगे लिखा कि ‘अर्थात् बीजेपी की तरह सपा सरकार में भी तो कई गुणा ज्यादा कानून-व्यवस्था का बुरा हाल था. दलितों, अन्य पिछडे़ वर्गों, गरीबों व व्यापारियों आदि को सपा के गुण्डे, माफिया दिन-दहाड़े लूटते व मारते-पीटते थे, ये सब लोग भूले नहीं हैं. जबकि उत्तर प्रदेश में वास्तव में ’’क़ानून द्वारा क़ानून का राज’’, बी.एस.पी. के शासन में ही रहा है. जाति व धर्म के भेदभाव के बिना लोगों को न्याय दिया गया. कोई फर्जी एनकाउन्टर आदि भी नहीं हुये. अतः बीजेपी व सपा के कानूनी राज के नाटक से सभी सजग रहें.’

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बता दें कि बीते 5 सितंबर को सुल्तानपुर में 28 अगस्त को 2 करोड़ से ज्यादा की सर्राफ भरतजी डकैती मामले के प्रमुख आरोपी मंगेश यादव निवासी जौनपुर को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. उस पर एक लाख का इनाम घोषित था. एसटीएफ और यूपी पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में मंगेश की घेराबंदी हुई थी.