दंतेवाड़ा। बस्तर में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश ने काफी तबाही मचाई है. नारायणपुर, सुकमा, और दंतेवाड़ा में बारिश ने सबसे अधिक क्षति पहुंचाई है. किरंदुल में एक बार फिर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जहां बंगाली कैंप में पानी घुस गया है. इस बार वन विभाग की लापरवाही को इसका कारण बताया जा रहा है. इससे नाराज लोगों को चेक पोस्ट को जाम कर दिया है.
दंतेवाड़ा जिले में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं, जिससे लौह नगरी में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. बंगाली कैंप के कई घरों में पानी भर गया है, जिससे लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर भाग रहे हैं. निचले इलाके में रहने वाले बाढ़ पीड़ितों ने चेक पोस्ट को जाम कर दिया है, वे मुआवजे के तौर पर घर बनाने और एनएमडीसी में नौकरी की मांग कर रहे हैं.
लगभग एक माह पहले 11सी का डेम टूटने के कारण 300 से अधिक घर तबाह हो गए थे, लेकिन प्रभावित लोगों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है. इस स्थिति पर आपदा मंत्री टंकराम वर्मा ने बयान दिया था कि सभी कलेक्टरों को 300 करोड़ रुपये भेजे गए हैं और जहां भी आपदा आती है, उसका सर्वे कर प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा. बचेली में प्रभावित लोगों को मुआवजा न मिलने पर उन्होंने कहा कि यदि एनएमडीसी मुआवजा नहीं दे रहा है तो सरकार एनएमडीसी से बातचीत कर प्रभावितों को न्याय दिलाए.
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